प्रधानमंत्री मोदी 30 मई को कानपुर में 11 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। प्रशासन ने सुरक्षा और जनसभा की तैयारियां पूरी कर ली हैं। सीएसए मैदान में बड़ी जनसभा होगी, जिसमें 50 हजार लोग शामिल होंगे।
UP News: कानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। 30 मई 2025 को पीएम मोदी का शहर आगमन होने वाला है, जहां वे करीब 20 हजार करोड़ रुपये की 11 बड़ी योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इस महत्वपूर्ण दिन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा और कार्यक्रम की पूरी तैयारी कर ली है। इस रिपोर्ट में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि पीएम के आगमन से जुड़ी क्या-क्या तैयारियां चल रही हैं, किन योजनाओं का होगा लोकार्पण, और सुरक्षा व्यवस्था कैसी रहेगी।
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन की तैयारियों का जायजा
प्रधानमंत्री मोदी के 30 मई के कानपुर दौरे को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सोमवार को शहर में पहुंचकर तैयारियों का निरीक्षण किया। दोनों अधिकारी हेलीकॉप्टर से सीधे सीएसए मैदान स्थित हेलीपैड पर उतरे। सीएसए मैदान वह जगह है जहां पीएम मोदी की जनसभा आयोजित की जाएगी। इस जनसभा स्थल का वे विस्तार से निरीक्षण करेंगे और वहां बैठने की व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, और अन्य तैयारियों का जायजा लेंगे।
इसके बाद अधिकारियों ने मंडलायुक्त के शिविर कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें सुरक्षा, जनसभा प्रबंधन और अन्य जरूरी तैयारियों पर चर्चा की गई। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अफसरों को निर्देश दिए गए कि कोई भी सुरक्षा चूक न हो और जनसभा पूरी तरह व्यवस्थित तरीके से हो।
जनसभा स्थल और सुरक्षा इंतजाम
पीएम मोदी की जनसभा के लिए सीएसए मैदान को पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। यहां लगभग 50 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है, जिनमें से 27 हजार लाभार्थी सरकारी योजनाओं के अंतर्गत आमंत्रित किए गए हैं। पंडाल और आस-पास के इलाके में विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। बम निरोधक दस्ते ने भी इलाके का निरीक्षण किया है ताकि किसी भी तरह की सुरक्षा खतरा टाला जा सके।
पुलिस और प्रशासन के समन्वय से दो फ्लीट के वाहन भी तैयार हो गए हैं, जिनका रिहर्सल भी जल्द ही किया जाएगा। सुरक्षा के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की टीम भी तैनात रहेगी। जिले के अधिकारी जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह और सीडीओ दीक्षा जैन सहित अन्य अफसर इस पूरे आयोजन की निगरानी कर रहे हैं।
चकेरी एयरपोर्ट से लेकर सीएसए मैदान तक के मार्ग का भी बार-बार निरीक्षण किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई मॉकड्रिल की गई हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इस वजह से पूरे शहर में प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा रखी है।
पीएम मोदी के कार्यक्रम में कौन-कौन सी परियोजनाएं होंगी शामिल?
प्रधानमंत्री मोदी कानपुर दौरे के दौरान करीब 20,656 करोड़ रुपये की 11 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में मेट्रो रेल, पनकी-घाटमपुर पावर प्लांट, और दक्षिण में सौ शैया वाले अस्पताल की स्थापना जैसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शामिल हैं। ये परियोजनाएं कानपुर की विकास गति को नई दिशा देंगी और हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगी।
मेट्रो प्रोजेक्ट से शहर के यातायात की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी, जबकि पावर प्लांट ऊर्जा संकट को दूर करने में सहायक होगा। अस्पताल की स्थापना से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
पीएम मोदी से मिलने की तैयारी में है शुभम द्विवेदी के परिवार
पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिवार को भी प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का अवसर प्रदान किया जाएगा। सांसद रमेश अवस्थी ने इस संबंध में पीएम को पत्र लिखा है। वहीं, कानपुर-उन्नाव विधानसभा क्षेत्र के एमएलसी अरुण पाठक भी परिवार के लिए समर्थन और सहायता देने का आश्वासन दे चुके हैं। यह कदम शहीद परिवार के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का परिचायक माना जा रहा है।
दिनभर की गतिविधियां और कार्यक्रम का समय
पीएम मोदी के 30 मई के कार्यक्रम के दौरान सुबह 10:40 बजे मुख्य सचिव और डीजीपी हेलीकॉप्टर से सीएसए मैदान पर पहुंचेंगे। इसके बाद वे जनसभा स्थल का निरीक्षण करेंगे और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में जनसभा की तैयारियों के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की जाएगी। मंडलायुक्त कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारी भी जुड़ेंगे।
शाम 2:00 बजे पीएम मोदी सीएसए मैदान से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे। पूरे दिन प्रशासन ने पीएम के आगमन, सभा और वापसी के लिए रोडमैप तैयार किया है ताकि कार्यक्रम पूरी तरह सुचारू रूप से चले।
पूर्व में रद्द हुआ था कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा पहले 24 अप्रैल को निर्धारित था, लेकिन उस समय पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा था। अब इसे पुनः आयोजित किया जा रहा है, जिसे लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार है।