पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने Q4 FY25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 9,692.21 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड राजस्व हासिल किया है, साथ ही अपनी PAT में 73.78% की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है, जिससे वह बड़ी कंपनियों को कड़ी टक्कर दे रहा है।
पतंजलि फूड्स लिमिटेड (PFL) ने 31 मार्च 2025 को समाप्त हुई तिमाही और पूरे वित्तीय वर्ष के ऑडिटेड वित्तीय परिणाम जारी कर दिए हैं। इस दौरान कंपनी ने अब तक का सबसे उच्च ऑपरेटिंग रेवेन्यू 9,692.21 करोड़ रुपये और 568.88 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल किया, साथ ही परिचालन मार्जिन 5.87% रहा। इस सफलता के पीछे कंपनी की प्रभावशाली मार्केट रणनीति और ग्रामीण इलाकों में मजबूत उपभोक्ता मांग का योगदान माना जा रहा है।
ग्रामीण इलाकों में उपभोक्ता डिमांड ने शहरी क्षेत्रों को पीछे छोड़ते हुए लगातार पांचवें तिमाही भी तेज़ी दिखाई है। ग्रामीण मांग शहरी मांग से लगभग चार गुना अधिक बढ़ी, हालांकि तिमाही के लिहाज से इसमें थोड़ी गिरावट आई है। कंपनी ने नवंबर 2024 में होम एंड पर्सनल केयर (HPC) सेक्टर को पूरी तरह से अपने संचालन में शामिल किया, जो अब 15.74% के प्रभावशाली EBITDA मार्जिन के साथ शानदार प्रदर्शन कर रहा है। यह कदम पतंजलि के समकालीन और शुद्ध FMCG ब्रांड बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
कंपनी के सकल लाभ में लगातार मजबूती
पतंजलि का सकल लाभ पिछले साल की तुलना में बढ़कर 1,206.92 करोड़ रुपये से 1,656.39 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह 17.00% के सकल लाभ मार्जिन और 254 आधार अंक की वृद्धि का संकेत है, जो अनुकूल मूल्य निर्धारण नीतियों का परिणाम है। वहीं, कर पश्चात लाभ (PAT) में 73.78% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, और इसका मार्जिन भी 3.68% तक बढ़कर 121 आधार अंक का सुधार दिखाता है।
वैश्विक स्तर पर विस्तार और निर्यात
पतंजलि ने अपनी अंतरराष्ट्रीय पहुंच को मजबूत करते हुए 29 देशों में 73.44 करोड़ रुपये के निर्यात राजस्व का रिकॉर्ड बनाया है। न्यूट्रास्यूटिकल्स सेक्टर ने भी 19.42 करोड़ रुपये की तिमाही बिक्री के साथ उपभोक्ताओं के बीच अपनी लोकप्रियता साबित की है, जो प्रभावी मार्केटिंग और उत्पाद अपडेट की वजह से संभव हुआ है। कंपनी ने Q4FY25 के दौरान अपने कुल राजस्व का 3.36% विज्ञापन और प्रचार पर खर्च किया, जो इसकी आक्रामक ब्रांडिंग रणनीति को दर्शाता है।
पतंजलि के वित्तीय आंकड़ों में लगातार वृद्धि
पतंजलि का सकल लाभ पिछले वर्ष के 1,206.92 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,656.39 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो 17% के सकल लाभ मार्जिन और 254 बेसिस पॉइंट्स की वृद्धि दर्शाता है। कर बाद लाभ (PAT) में भी 73.78% की जबरदस्त उछाल देखने को मिली है, साथ ही मार्जिन 3.68% तक बढ़ गया है, जिसमें 121 बेसिस पॉइंट्स का सुधार हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय विस्तार और निर्यात में तेजी
पतंजलि ने अपनी वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करते हुए 29 देशों में कुल 73.44 करोड़ रुपये के निर्यात किए हैं। न्यूट्रास्यूटिकल्स डिवीजन ने भी 19.42 करोड़ रुपये की तिमाही बिक्री दर्ज की, जो इसके बढ़ते ब्रांड प्रभाव और सक्रिय मार्केटिंग अभियानों का परिणाम है। कंपनी ने Q4FY25 में कुल राजस्व का 3.36% हिस्सा विज्ञापन और प्रचार पर खर्च किया, जिससे उसकी ब्रांडिंग रणनीति की मजबूती जाहिर होती है।
पतंजलि की प्राथमिकताएं: गुणवत्ता, नवाचार और सतत विकास
पतंजलि फूड्स लिमिटेड के एमडी ने बताया कि कंपनी का मुख्य फोकस गुणवत्ता, नवाचार और सततता पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि खासतौर पर होम एंड पर्सनल केयर (एचपीसी) और न्यूट्रास्यूटिकल्स सेक्टर में की जा रही रणनीतिक कोशिशें कंपनी को एक प्रमुख FMCG ब्रांड के रूप में स्थापित कर रही हैं।