जब भी बात आती है किसी स्पेशल मौके या त्यौहार की, तो मन मिठाई खाने का करता है। और मिठाइयों की लिस्ट में एक नाम ऐसा है जो लगभग हर भारतीय का फेवरेट होता है—रसमलाई। यह एक ऐसी बंगाली मिठाई है जिसे दूध, छेना और रबड़ी से तैयार किया जाता है और इसका स्वाद बिल्कुल रसीला और मलाईदार होता है। बाजार से खरीदी गई रसमलाई भले ही स्वादिष्ट हो, लेकिन जब आप इसे अपने घर पर बनाते हैं, तो उसका स्वाद और भी खास हो जाता है।
आवश्यक सामग्री
छेना (रसगुल्ले) बनाने के लिए:
- 1 लीटर फुल क्रीम दूध (गाय का दूध बेहतर होता है)
- 2-3 चम्मच नींबू का रस या सफेद सिरका
- 1 कप चीनी
- 4 कप पानी
रबड़ी (मलाई) के लिए:
- 850 मिली दूध
- 2 चम्मच चीनी (या स्वादानुसार)
- 3/4 चम्मच हरी इलायची पाउडर
- 8-10 बादाम-पिस्ता (पतले कटे हुए)
विधि: स्टेप बाय स्टेप आसान तरीके से बनाएं रसमलाई
स्टेप 1: दूध को फाड़कर छेना तैयार करना
- एक बड़े भगोने में थोड़ा सा पानी डालें, फिर 1 लीटर दूध डालकर उबालें। पानी डालने से दूध तले में नहीं लगेगा।
- जब दूध में उबाल आ जाए, गैस बंद करें और दो मिनट ठंडा होने दें।
- अब धीरे-धीरे नींबू का रस डालें और चमच से मिलाते जाएं। दूध फटने लगेगा और छेना अलग हो जाएगा।
- फटे हुए दूध को मलमल के कपड़े में छानें और ठंडे पानी से अच्छे से धो लें ताकि नींबू का खट्टापन निकल जाए।
- अब कपड़े को निचोड़कर छेने का सारा पानी निकाल लें और इसे 1 से 2 घंटे के लिए लटका दें ताकि पूरा पानी निकल जाए।
स्टेप 2: रबड़ी बनाना
- दूसरी ओर एक भारी तले के पैन में 850 मिली दूध डालकर उबालें।
- जब दूध में उबाल आ जाए, आंच धीमी कर दें और दूध को गाढ़ा होने तक पकाते रहें। बीच-बीच में चलाते रहें ताकि तली में न लगे।
- जब दूध आधा रह जाए, उसमें इलायची पाउडर, चीनी और कटे हुए ड्राई फ्रूट्स डालें।
- रबड़ी तैयार हो जाने पर उसे ठंडा होने के लिए एक ओर रख दें और फिर फ्रिज में रखकर ठंडा कर लें।
स्टेप 3: रसगुल्ले बनाना
- तैयार छेने को एक बड़ी प्लेट में निकालें और हाथ की हथेली से अच्छी तरह 10 से 12 मिनट तक मसलें। जब छेना स्मूथ और मुलायम हो जाए, तब उसमें से छोटे-छोटे पेड़े बनाएं और हल्का दबाकर फ्लैट शेप दें।
- अब एक गहरे बर्तन में 1 कप चीनी और 4 कप पानी डालकर चाशनी तैयार करें।
- जब पानी उबलने लगे, उसमें छेने के बने हुए पेड़े डालें। बर्तन को ढककर तेज आंच पर 15-20 मिनट तक पकाएं। पेड़े फूलकर दोगुने हो जाएंगे।
- अब गैस बंद करें और रसगुल्लों को चाशनी में ही ठंडा होने दें।
स्टेप 4: रसमलाई को रबड़ी में डुबोना
जब रसगुल्ले ठंडे हो जाएं, तब उन्हें चाशनी से निकालकर हल्के हाथ से दबाएं ताकि अतिरिक्त चाशनी निकल जाए।
अब इन रसगुल्लों को तैयार ठंडी रबड़ी में डाल दें और कम से कम 1-2 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। इससे रसगुल्ले रबड़ी को अच्छे से सोख लेंगे।
ज़रूरी टिप्स और सुझाव
- गाय का दूध छेना बनाने के लिए सबसे अच्छा होता है क्योंकि इसमें फैट कम होता है।
- छेना मसलते समय ज़्यादा ज़ोर न लगाएं, वरना रसगुल्ले सख्त हो सकते हैं।
- रबड़ी को धीमी आंच पर पकाएं और समय दें, तभी वह मलाईदार बनेगी।
- अगर आपके पास केसर है, तो रबड़ी में डालने से रंग और स्वाद दोनों बेहतरीन हो जाएंगे।
रसमलाई सिर्फ एक मिठाई नहीं, बल्कि एक एहसास है—जो ठंडक, मिठास और नर्मी का मेल होता है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके घर की मिठाइयों में कुछ अलग हो, तो इस रेसिपी को जरूर आजमाएं। ये रेसिपी न केवल स्वादिष्ट है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी है क्योंकि इसमें घर के शुद्ध दूध और कम सामग्री का उपयोग किया गया है।