भारतीय सेना ने ‘TEN AI Weapon System (TAIWS)’ नामक स्वचालित LMG विकसित किया है जो सेंसर और AI एल्गोरिद्म से लैस होकर 10 मिलीसेकंड में लक्ष्य पहचानकर फायर कर सकता है
नेगेव LMG: भारतीय सेना ने आधुनिक तकनीकों की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाते हुए अब एक ऐसा AI आधारित घातक हथियार तैयार किया है, जो अपने आप दुश्मन को पहचानकर कार्रवाई करता है। इस स्वचालित हथियार का नाम है – ऑटोनोमस लीथल वेपन सिस्टम नेगेव LMG, जिसे देहरादून स्थित BSS मटेरियल नामक रक्षा तकनीकी कंपनी ने विकसित किया है।
ऊंचाई पर हुआ सफल परीक्षण
इस AI हथियार का परीक्षण हाल ही में 14,000 फीट की ऊंचाई पर किया गया, जो पूरी तरह से सफल रहा। यह परीक्षण भारतीय सेना की निगरानी में हुआ और इसके वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। परीक्षण के दौरान यह देखा गया कि यह हथियार बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के, अपने आप संदिग्ध गतिविधियों की पहचान कर उन्हें खत्म करने में सक्षम है।
क्या है नेगेव AI LMG?
नेगेव LMG एक लाइट मशीन गन है जिसे अब AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से लैस किया गया है। इसका मतलब है कि यह हथियार अब केवल इंसानी आदेशों पर निर्भर नहीं रहता, बल्कि खुद अपने सेंसर, कैमरा और AI एल्गोरिदम के ज़रिए यह तय करता है कि सामने कोई दुश्मन है या नहीं।
- यह हथियार लक्ष्य की पहचान, मूल्यांकन और निष्पादन जैसे तीनों कार्य खुद ही करता है।
- इसमें लगे इमेज प्रोसेसिंग सिस्टम, थर्मल सेंसर और नाइट विज़न तकनीक से यह रात और दिन दोनों समय में एक जैसा काम करता है।
- खास बात यह है कि यह सिस्टम दुश्मन और आम नागरिक में फर्क करने में भी सक्षम है।
क्यों है यह पाकिस्तान के लिए ‘यमराज’?
भारत-पाक सीमा पर लगातार घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों की घटनाएं होती रही हैं। ऐसे में यह AI हथियार उन क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है जहां इंसानी सैनिकों की मौजूदगी जोखिम भरी हो – जैसे:
ऊंचाई वाले बर्फीले क्षेत्र
- घने जंगल या दुर्गम पहाड़ी इलाके
- कश्मीर जैसे आतंक प्रभावित क्षेत्र
नेगेव LMG के इस्तेमाल से सेना बिना किसी जान जोखिम में डाले सीमाओं की निगरानी और सुरक्षा कर सकेगी। विशेषज्ञ इसे पाकिस्तान के लिए 'यमराज' की संज्ञा दे रहे हैं क्योंकि यह हथियार हर घुसपैठ को तुरंत ट्रैक और टारगेट करने में सक्षम है।
कैसे करता है यह काम?
यह सिस्टम AI आधारित सॉफ़्टवेयर से लैस होता है जो हर पल क्षेत्र की निगरानी करता है। जब कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है, तो यह:
- संदिग्ध की पहचान करता है
- उसकी गतिविधियों का विश्लेषण करता है
- अगर पुष्टि होती है कि वह दुश्मन है, तो तुरंत कार्रवाई करता है
इसमें ब्लाइंड फायर जैसी गलती की संभावना न के बराबर है क्योंकि यह सिस्टम पहले पूरी तरह पुष्टि करता है।
सेना की रणनीति में बड़ा बदलाव
भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) अब लगातार तकनीकी आधुनिकीकरण की तरफ बढ़ रहे हैं।
- पुराने बॉर्डर फेंसिंग सिस्टम की जगह अब स्मार्ट फेंसिंग लगाई जा रही है
- जवानों को AI और हाईटेक उपकरणों के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं
- निगरानी के लिए ड्रोन, सैटेलाइट और थर्मल इमेजिंग का उपयोग बढ़ाया जा रहा है
AI तकनीक से बदलेगा जंग लड़ने का तरीका
नेगेव LMG जैसे AI हथियार यह साफ दिखा रहे हैं कि आने वाले समय में जंग लड़ने का तरीका पूरी तरह बदल जाएगा। अब जहां सैनिकों की जान को खतरे में डाले बिना दुश्मन का सामना किया जा सकेगा, वहीं यह स्मार्ट तकनीक दुश्मनों के मन में डर और भ्रम पैदा कर देगी। AI की मदद से यह हथियार खुद ही दुश्मन की पहचान कर उसे खत्म कर देगा, जिससे हमारे जवान ज्यादा सुरक्षित रहेंगे और किसी भी घुसपैठ या हमले का जवाब तेजी से दिया जा सकेगा।