भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की बहुप्रतीक्षित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा को लेकर उत्साह चरम पर था, लेकिन Axiom Space के Axiom-4 मिशन को स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट में आई तकनीकी खराबी के कारण एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है।
Axiom-4 Mission: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) तक ले जाने वाला एक्सिओम स्पेस का मिशन एक्सिओम-4 एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है। यह मिशन बुधवार की शाम को लॉन्च किया जाना था, लेकिन फाल्कन-9 रॉकेट में तकनीकी खराबी के कारण प्रक्षेपण को टालना पड़ा। इस संबंध में स्पेसएक्स ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा की है।
शुभांशु शुक्ला इस ऐतिहासिक मिशन के माध्यम से आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बनेंगे, जिससे भारत के अंतरिक्ष अभियान में एक नया अध्याय जुड़ने वाला है।
क्या हुआ मिशन के साथ?
मिशन का प्रक्षेपण बुधवार शाम अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से किया जाना था। लेकिन लॉन्च से कुछ घंटे पहले, रॉकेट के इंजन प्रणाली में एक संदिग्ध लीक (लीकेज) की जानकारी सामने आई। स्पेसएक्स की इंजीनियरिंग टीम ने जांच के दौरान इस खामी की पुष्टि की और सुरक्षा कारणों से प्रक्षेपण को रोक दिया गया।
स्पेसएक्स ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया, फाल्कन-9 रॉकेट में तकनीकी खराबी के चलते Axiom-4 मिशन को फिलहाल स्थगित किया गया है। हमारी इंजीनियरिंग टीम लीक को ठीक करने का काम कर रही है। जैसे ही मरम्मत पूरी होगी, नई लॉन्च तिथि की घोषणा की जाएगी।
इसरो ने भी दी जानकारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भी X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि फाल्कन-9 में पाए गए लीक के चलते मिशन को आगे बढ़ाना पड़ा है। ISRO ने लिखा, स्पेसएक्स की टीम ने प्री-लॉन्च जांच के दौरान संभावित रिसाव की पहचान की है। सभी संभावित खतरों को देखते हुए प्रक्षेपण फिलहाल के लिए टाल दिया गया है।
Axiom-4 मिशन में शुभांशु शुक्ला एक बेहद अहम भूमिका निभा रहे हैं। वह मिशन के पायलट होंगे और उनके साथ मिशन की कमांडर अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन होंगी। अन्य सदस्यों में पोलैंड के स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कापू शामिल हैं।
शुभांशु शुक्ला यदि इस मिशन में सफलतापूर्वक उड़ान भरते हैं, तो वह भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री होंगे जो किसी प्राइवेट कमर्शियल मिशन के ज़रिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचेंगे। इससे पहले राकेश शर्मा 1984 में सोवियत मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए थे।
तीसरी बार टला प्रक्षेपण
Axiom-4 मिशन पहले भी दो बार स्थगित किया जा चुका है। मूल रूप से यह मिशन 29 मई 2025 को लॉन्च होना था, लेकिन तकनीकी व मौसम संबंधी कारणों से इसे 8 जून तक टाल दिया गया था। इसके बाद 10 जून की नई तारीख तय की गई थी, और अब फाल्कन-9 की खराबी के चलते प्रक्षेपण अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया है।
हालांकि, इस रुकावट से भारत और विश्व के अंतरिक्ष प्रेमियों को निराशा जरूर हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थगन सुरक्षा के लिहाज़ से जरूरी था। नासा और स्पेसएक्स दोनों ही किसी भी तकनीकी खामी के बावजूद प्रक्षेपण न करने के अपने सख्त प्रोटोकॉल के लिए जाने जाते हैं।