कनाडा सरकार द्वारा प्रोविंशियल नॉमिनी प्रोग्राम (PNP) की प्रक्रिया को सख्त किए जाने के हालिया कदम ने बड़ी संख्या में भारतीय आवेदकों की चिंता बढ़ा दी है।
ओटावा: कनाडा में स्थायी निवास (PR) का सपना देख रहे हजारों भारतीयों को एक बड़ा झटका लगा है। कनाडा सरकार ने प्रोविंशियल नॉमिनी प्रोग्राम (PNP) के अंतर्गत स्थायी निवास की चयन प्रक्रिया को पहले से कहीं अधिक सख्त कर दिया है। इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज़ एंड सिटिजनशिप कनाडा (IRCC) द्वारा 10 जून 2025 को की गई घोषणा में इस बदलाव की पुष्टि हुई, जो खासकर भारतीय आवेदकों को सीधेतौर पर प्रभावित करेगा।
125 इनविटेशन और 784 का हाई स्कोर – अब आसान नहीं रहा PNP
कनाडा के 350वें एक्सप्रेस एंट्री ड्रॉ में सिर्फ 125 इनविटेशन टू अप्लाई (ITA) भेजे गए हैं। इससे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इस ड्रॉ में न्यूनतम Comprehensive Ranking System (CRS) स्कोर 784 था। इससे पहले 2 जून को हुए PNP ड्रॉ में 726 CRS स्कोर के साथ 277 इनविटेशन दिए गए थे, यानी बहुत कम समय में चयन की प्रक्रिया और भी ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो गई है।
IRCC ने स्पष्ट किया कि इस बार टाई-ब्रेकिंग नियम 12 सितंबर 2024 से पहले जमा किए गए प्रोफाइल्स पर लागू हुआ है। इसका मतलब यह है कि अब देर से प्रोफाइल सबमिट करने वाले आवेदकों के लिए मौका और भी कम हो गया है।
CRS स्कोर में बदलाव और नौकरी प्रस्ताव के अंक हटाए गए
25 मार्च 2025 को IRCC ने एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया, जिसके तहत जॉब ऑफर पॉइंट्स को अधिकांश श्रेणियों के लिए CRS स्कोर से हटा लिया गया है। पहले नौकरी का प्रस्ताव मिलने पर उम्मीदवारों को 50 से 200 अंक अतिरिक्त मिलते थे, लेकिन अब वे केवल उन्हीं श्रेणियों में मिलेंगे जो खासतौर पर सरकार द्वारा नामित हैं जैसे कि NOC मेजर ग्रुप 00 (सीनियर मैनेजमेंट भूमिकाएं)।
इस बदलाव का असर उन भारतीय आवेदकों पर भी पड़ेगा, जो बिना कनाडा में नौकरी पाए ही PR हासिल करने की योजना बना रहे थे। अब ऐसे उम्मीदवारों को नौकरी का प्रस्ताव मिलने के बावजूद अतिरिक्त अंक नहीं मिलेंगे जब तक वे विशेष वर्ग में नहीं आते।
भारतीय आवेदकों के लिए बढ़ी चिंता
कनाडा में हर साल हजारों भारतीय छात्र, प्रोफेशनल्स और कुशल कामगार स्थायी निवास के लिए आवेदन करते हैं। PNP और एक्सप्रेस एंट्री जैसे प्रोग्राम भारतीयों के लिए सबसे लोकप्रिय रास्ते रहे हैं। लेकिन नई नीति के बाद कम स्कोर वालों की उम्मीदें टूट सकती हैं। खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने बिना कनेडियन अनुभव या जॉब ऑफर के आवेदन किया है। अब सिर्फ उच्चतम स्कोर और मजबूत प्रोफाइल वाले आवेदकों को ही प्राथमिकता मिल रही है, जिससे प्रतिस्पर्धा और भी कड़ी हो गई है।
क्या है एक्सप्रेस एंट्री और CRS सिस्टम?
कनाडा का एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम एक पॉइंट-बेस्ड सेलेक्शन सिस्टम है जो आवेदकों का मूल्यांकन उम्र, शिक्षा, कार्य अनुभव, भाषा कौशल (अंग्रेजी/फ्रेंच) और अन्य कारकों के आधार पर करता है। इसमें आवेदकों को CRS स्कोर दिया जाता है। उच्च स्कोर वालों को ITA मिलता है, जिसके बाद वे स्थायी निवास के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पहले जॉब ऑफर से स्कोर को मजबूती मिलती थी, लेकिन अब यह लाभ सीमित कर दिया गया है, जिससे सिर्फ योग्यतम उम्मीदवारों को ही प्रवेश मिलेगा।
PNP क्यों है खास, और अब क्या होगा?
प्रोविंशियल नॉमिनी प्रोग्राम (PNP) के तहत कनाडा के विभिन्न प्रांत अपनी स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार विदेशी कामगारों और प्रोफेशनल्स को चुनते हैं। यह उन आवेदकों के लिए खास मौका होता है जिनका CRS स्कोर फेडरल स्तर पर पर्याप्त नहीं होता। लेकिन अब PNP के तहत भी चयन सख्त कर दिया गया है, जिससे कम स्कोर वाले आवेदकों की राह मुश्किल हो गई है। अब PNP में चयनित होने के लिए न केवल उच्च स्कोर, बल्कि प्रांत की आवश्यकताओं से मेल खाना भी जरूरी हो गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, कनाडा सरकार का यह कदम इमिग्रेशन सिस्टम को अधिक नियंत्रित, गुणवत्तापरक और आर्थिक जरूरतों के अनुकूल बनाने की दिशा में है। महामारी के बाद बड़ी संख्या में आप्रवासी कनाडा पहुंचे हैं, जिससे सरकार अब सीमित, योग्य और प्राथमिकता वाले सेक्टर में लोगों को प्रवेश देने की नीति पर काम कर रही है।