भारत के इन नेशनल पार्कों की खूबसूरती को बयां नहीं की जा सकती
भारत जैव विविधता से भरा हुआ देश है। यहां हर राज्य में कम से कम एक राष्ट्रीय उद्यान है जो उस क्षेत्र की वनस्पतियों और जीवों को प्रदर्शित करता है। राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीवों और जैव विविधता के संरक्षण के लिए सख्ती से सुरक्षित क्षेत्र होते हैं। यहाँ विकास, वानिकी, अवैध शिकार, शिकार, खेती या चराई जैसी गतिविधियों की अनुमति नहीं होती। सरकार एक क्षेत्र को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित कर सकती है जो पारिस्थितिक, भू-आकृतिक (geo-morphological) और प्राकृतिक रूप से महत्वपूर्ण हो।
कान्हा नेशनल पार्क (मध्य प्रदेश)
इस पार्क की स्थापना 1955 में हुई थी और यह 940 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह नेशनल पार्क बारहसिंघा के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहाँ चीता, बाघ और पक्षियों की कई प्रजातियों को भी देखा जा सकता है।
सुंदरबन नेशनल पार्क (पश्चिम बंगाल)
गंगा नदी के डेल्टा क्षेत्र सुंदरवन में स्थित यह नेशनल पार्क रॉयल बंगाल टाइगर के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थलों में से एक है।
पेरियार नेशनल पार्क (केरल)
इस पार्क की स्थापना 1982 में हुई थी और यह 305 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह भारत के सबसे खूबसूरत नेशनल पार्कों में से एक है, जहाँ बाघ और हाथियों के झुंड आसानी से दिख जाते हैं।
मुदुमलाई नेशनल पार्क (तमिल नाडु)
यह पार्क आजादी के पहले स्थापित किया गया था और यह तमिलनाडु का सबसे बड़ा पार्क है। नीलगिरी की पहाड़ियों के बीच स्थित यह नेशनल पार्क बेहद खूबसूरत है। यहाँ हाथी, बंगाल टाइगर, गौर और तेंदुए मौजूद हैं।
बंदीपुर नेशनल पार्क (कर्नाटक)
लगभग 874 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला यह नेशनल पार्क बेहद खूबसूरत है। यह बाघ और चार सींगों वाले हिरण के लिए प्रसिद्ध है। यह पार्क यहाँ पाए जाने वाले बंगाली शेरों के लिए भी मशहूर है।