प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम से एक महत्वपूर्ण बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक, विशेष और अनूठे संबंधों पर जोर दिया।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम से फोन पर बातचीत की। यह बातचीत केवल औपचारिक नहीं थी, बल्कि इसमें भारत और मॉरीशस के बीच बहुआयामी साझेदारी को और अधिक सशक्त करने पर गहन चर्चा हुई। इस संवाद में द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती, रणनीतिक सहयोग, विकास सहयोग, समुद्री सुरक्षा से लेकर डिजिटल बुनियादी ढांचे तक अनेक विषयों पर विचार विमर्श हुआ। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने समकक्ष को भारत आने का न्योता भी दिया, जिसे पीएम रामगुलाम ने सहर्ष स्वीकार किया।
दोनों नेताओं ने जताई आपसी प्रतिबद्धता
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने भारत और मॉरीशस के संबंधों को “विशेष और अद्वितीय” बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की नींव पर बनी साझेदारी को और अधिक गहराई देने की जरूरत है। पीएम रामगुलाम ने भी इस विचार से सहमति जताई और कहा कि भारत हमेशा से मॉरीशस के विकास यात्रा का प्रमुख भागीदार रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में पीएम रामगुलाम की भागीदारी की भी सराहना की और इसे वैश्विक मंच पर भारतीय संस्कृति की स्वीकृति का प्रतीक बताया।
व्यापक क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा
बातचीत में जिन प्रमुख विषयों पर सहमति बनी, उनमें शामिल हैं:
- विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण: भारत, मॉरीशस को तकनीकी सहायता, स्किल डेवलपमेंट और प्रशासनिक सुधार के क्षेत्रों में सहयोग देता रहेगा।
- रक्षा और समुद्री सुरक्षा: हिंद महासागर क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए साझा प्रयासों की प्रतिबद्धता दोहराई गई। ‘व्हाइट शिपिंग इन्फॉर्मेशन’ साझा करने के समझौते पर विशेष चर्चा हुई।
- डिजिटल अवसंरचना और कनेक्टिविटी: भारत की डिजिटल इंडिया मुहिम के अनुभवों को मॉरीशस के साथ साझा कर, मॉरीशस की डिजिटल क्षमता को मजबूत किया जाएगा।
- जनसंपर्क और सांस्कृतिक संबंध: दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना पर चर्चा हुई।
मार्च 2025 की ऐतिहासिक यात्रा की पुनः चर्चा
इस बातचीत में मार्च 2025 में पीएम रामगुलाम की भारत यात्रा का भी ज़िक्र हुआ, जब वे पीएम मोदी के निमंत्रण पर 12 मार्च को मॉरीशस के नेशनल डे पर मुख्य अतिथि के रूप में आए थे। उस दौरान भारत और मॉरीशस के बीच अनेक महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे, जिनमें प्रमुख हैं:
- INR-MUR करेंसी व्यापार को प्रोत्साहन
- MSME क्षेत्र में सहयोग
- भारत से मॉरीशस को क्रेडिट लाइन की सुविधा
- गुड गवर्नेंस व प्रशासनिक सुधार में सहयोग
- विदेश सेवा संस्थानों के बीच प्रशिक्षण साझेदारी
- समुद्री विज्ञान और डेटा शेयरिंग
- मॉरीशस में संसद भवन निर्माण व जल पाइपलाइन परियोजना में भारत की मदद
- इन सभी समझौतों ने दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को नई दिशा और मजबूती दी थी।
‘विजन सागर’ और ‘पड़ोसी पहले’ नीति का असर
पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान भारत की ‘विजन सागर’ (Security and Growth for All in the Region) और ‘Neighbourhood First’ नीति का उल्लेख करते हुए मॉरीशस की भौगोलिक और सामरिक स्थिति को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत मॉरीशस की विकास प्राथमिकताओं के अनुरूप हर संभव सहायता देता रहेगा।
बातचीत के समापन पर पीएम मोदी ने डॉ. रामगुलाम को भारत आने का औपचारिक निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। उम्मीद की जा रही है कि आगामी कुछ महीनों में वे भारत दौरे पर आ सकते हैं और दोनों देशों के बीच नए समझौतों और सहयोग की योजनाओं को मूर्त रूप देंगे।