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Electric Car Sales April 2025: टाटा, MG और महिंद्रा की जबरदस्त ग्रोथ, 57% की सालाना बढ़त

FADA के मुताबिक, अप्रैल में EV कारों की बिक्री 57% बढ़ी, टाटा मोटर्स 4,436 यूनिट्स के साथ नंबर 1 रही।

बिजनेस न्यूज़: भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) सेगमेंट में लगातार ग्रोथ देखी जा रही है और इसकी ताजा मिसाल है अप्रैल 2025 के बिक्री आंकड़े। इस महीने देश में इलेक्ट्रिक पैसेंजर कारों की बिक्री में 57 फीसदी की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वाहन डीलरों के संगठन FADA (Federation of Automobile Dealers Associations) की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2025 में कुल 12,233 इलेक्ट्रिक कारें बिकीं, जबकि पिछले साल इसी महीने यह आंकड़ा 7,798 यूनिट्स था।

इस दमदार ग्रोथ का सबसे बड़ा क्रेडिट Tata Motors, JSW MG Motor India और Mahindra & Mahindra जैसी कंपनियों को जाता है, जिन्होंने अपने EV पोर्टफोलियो को समय के साथ अपग्रेड किया और ग्राहकों को भरोसेमंद विकल्प उपलब्ध कराए।

टाटा मोटर्स का EV सेगमेंट में दबदबा

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2025 में भारत में कुल 12,233 इलेक्ट्रिक कारें बिकीं। यह आंकड़ा पिछले साल अप्रैल में बिकी 7,798 यूनिट्स से लगभग 57% ज्यादा है, जो कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। इस सेगमेंट में टाटा मोटर्स ने सबसे ज्यादा 4,436 यूनिट्स बेचकर पहला स्थान हासिल किया। 

टाटा की Nexon EV, Tiago EV और Tigor EV जैसे मॉडल्स ग्राहकों के बीच काफी पसंद किए जा रहे हैं। ये कारें अपनी बेहतर रेंज, फीचर्स और किफायती कीमत के कारण खासकर मिडिल क्लास परिवारों में लोकप्रिय हो रही हैं। टाटा मोटर्स की लगातार मजबूत पकड़ यह दिखाती है कि कंपनी भारत के EV बाजार में अपनी लीड बरकरार रखने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है।

MG और महिंद्रा की भी पकड़ मजबूत

टाटा मोटर्स के बाद JSW MG Motor India ने 3,462 यूनिट्स की बिक्री के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। कंपनी की ZS EV को यूजर्स से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। MG की यह इलेक्ट्रिक SUV न केवल स्टाइलिश है, बल्कि लंबी रेंज और फीचर पैक्ड टेक्नोलॉजी के चलते यह युवा खरीदारों को आकर्षित कर रही है। वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 2,979 यूनिट्स बेचकर तीसरा स्थान बनाया। कंपनी की XUV400 EV और नई पेश की गई BE सीरीज ने बाजार में हलचल मचा दी है। 

BE सीरीज के फ्यूचरिस्टिक डिजाइन, बेहतर रेंज और भारतीय सड़कों के लिए उपयुक्त परफॉर्मेंस के चलते उपभोक्ताओं में उत्सुकता बढ़ी है। पिछले साल के मुकाबले इन दोनों ब्रांड्स की बिक्री में 

हुंडई ने दिखाई तेजी

हुंडई मोटर इंडिया ने अप्रैल 2025 में कुल 677 इलेक्ट्रिक कारें बेचीं, जो पिछले साल अप्रैल में बिकी केवल 91 यूनिट्स की तुलना में बड़ी छलांग है। यानी कंपनी ने एक साल में 640% से भी ज्यादा ग्रोथ दर्ज की है। यह दिखाता है कि हुंडई अब भारतीय EV बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। Hyundai Kona EV और Ioniq 5 जैसे मॉडल्स धीरे-धीरे ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। इन गाड़ियों की स्टाइलिश डिजाइन, एडवांस फीचर्स और भरोसेमंद परफॉर्मेंस ने यूजर्स का ध्यान खींचा है। हुंडई की इस शानदार ग्रोथ से यह भी संकेत मिलता है कि कंपनी भविष्य में भारत में अपने इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो को और विस्तार देने की तैयारी में है। आने वाले समय में हुंडई की नई EV रणनीतियां बाजार में और हलचल मचा सकती हैं।

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री में भी जोरदार ग्रोथ

चार-व्हीलर्स के अलावा दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में भी जबरदस्त उछाल आया है। अप्रैल 2024 में जहां 65,555 यूनिट्स बिकी थीं, वहीं अप्रैल 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर 91,791 यूनिट्स पर पहुंच गया। यानी 40.02% की सालाना बढ़ोतरी।

TVS, Ola और Bajaj के बीच कड़ी टक्कर

  • TVS Motor Company ने 19,736 यूनिट्स की बिक्री के साथ टॉप पोजिशन हासिल की।
  • Ola Electric ने 19,706 यूनिट्स बेचकर दूसरा स्थान पाया।
  • Bajaj Auto भी पीछे नहीं रहा और उसने 19,001 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री की।
  • Ather Energy ने भी अपने पुराने आंकड़ों को पीछे छोड़ते हुए इस साल अप्रैल में 13,167 यूनिट्स बेचे। जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा सिर्फ 4,144 यूनिट्स था।

ईवी की डिमांड क्यों बढ़ रही है?

इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता बढ़ने के पीछे कई वजहें हैं:

  • सरकारी सब्सिडी और इंसेंटिव्स: केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा दिए जा रहे EV सब्सिडी और टैक्स में छूट लोगों को आकर्षित कर रही है।
  • फ्यूल की बढ़ती कीमतें: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने लोगों को EV की ओर मोड़ दिया है।
  • इको-फ्रेंडली सोच: पर्यावरण को लेकर बढ़ती जागरूकता भी EV के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ा रही है।
  • कम मेंटेनेंस और ऑपरेटिंग कॉस्ट: EVs की मेंटेनेंस कॉस्ट और चलाने का खर्च कम होता है, जिससे लॉन्ग टर्म में ये किफायती साबित होती हैं।
  • बेहतर चार्जिंग नेटवर्क: देशभर में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विस्तार हो रहा है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर EV मार्केट

भारत के अलावा अमेरिका, यूरोप और चीन जैसे बड़े देश भी इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपना रहे हैं। इन देशों में इलेक्ट्रिक कारों की मांग तेजी से बढ़ रही है और वहां की ऑटो कंपनियां लगातार नई तकनीक और बेहतर रेंज वाले मॉडल्स पर काम कर रही हैं। अब यही कंपनियां भारत जैसे उभरते बाजारों में भी दिलचस्पी दिखा रही हैं और बड़े स्तर पर निवेश कर रही हैं। 

इससे भारत को न केवल एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का फायदा मिलेगा, बल्कि देश में रोजगार और उत्पादन के नए अवसर भी पैदा हो सकते हैं। यह ट्रेंड भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के लिए एक सुनहरा मौका बन सकता है। भारत का EV सेगमेंट तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। अप्रैल 2025 के आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि लोग अब पारंपरिक ईंधन विकल्पों से हटकर ईवी को प्राथमिकता दे रहे हैं। अगर यह रफ्तार बनी रही, तो आने वाला दशक इलेक्ट्रिक वाहनों का हो सकता है।

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