हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की शुरुआत के साथ ही भारी बारिश और लैंडस्लाइड की घटनाएं शुरू हो गई हैं। शिमला में वाहन मलबे में दबा। मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है।
Himachal Pradesh Landslides: हिमाचल प्रदेश में इस साल मॉनसून ने समय से सात दिन पहले ही दस्तक दे दी है। शुक्रवार सुबह हुई झमाझम बारिश ने राज्य के कई हिस्सों को प्रभावित किया है। बारिश के चलते जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं हुईं हैं और सड़कें बाधित हुई हैं। शिमला, मंडी, धर्मशाला और अन्य जिलों से लगातार भूस्खलन और जलभराव की खबरें सामने आ रही हैं।
शिमला में वाहन पर गिरा मलबा
शिमला के जतोड़ क्षेत्र में एक पिकअप गाड़ी पर मलबा गिरने से वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। घटना सुबह की है जब अचानक बारिश के बाद भूस्खलन हुआ और सड़क किनारे खड़ी गाड़ी इसके चपेट में आ गई। गनीमत रही कि गाड़ी में उस समय कोई मौजूद नहीं था।
प्रमुख सड़क मार्ग बाधित
अपर शिमला क्षेत्र में ताउणी-हाटकोटी मार्ग का एक हिस्सा भी भूस्खलन की वजह से टूट गया है। इससे क्षेत्र में यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है। वहीं धर्मशाला-चतरो-गगल मार्ग भी लैंडस्लाइड की वजह से बंद हो गया है। सड़क को दोबारा चालू करने के लिए राहत कार्य जारी हैं।
स्कूलों में जलभराव की समस्या
मंडी जिले के पंडोह स्थित शहीद इंदर सिंह मिडिल स्कूल में जलभराव की स्थिति बन गई है। बारिश के चलते स्कूल परिसर में पानी भर गया जिससे छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश में आगामी सप्ताह के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 22, 23, 25 और 26 जून के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' घोषित किया गया है जबकि 24 जून के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है। मौसम विभाग ने साफ किया है कि यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है।
कहां-कितनी बारिश हुई?
राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के आंकड़े बताते हैं कि सबसे अधिक बारिश नाहन में 84.7 मिमी रिकॉर्ड की गई। पंडोह में 35 मिमी, स्लैपर में 26.3 मिमी, सराहन में 20.5 मिमी, पांवटा साहिब में 19.8 मिमी, जोगिंदरनगर में 19 मिमी, पच्छाद में 17.2 मिमी, रामपुर में 15.6 मिमी और गोहर में 15 मिमी बारिश हुई। सुंदरनगर, शिमला और कांगड़ा में गरज के साथ बारिश हुई, जबकि बजौरा में 37 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं।
भूस्खलन और जलभराव की चेतावनी
मौसम विभाग ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि भारी बारिश से राज्य के मध्य और निचले पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन, कीचड़ धंसने और जलभराव की संभावना है। निचले इलाकों में स्थित कमजोर ढांचे आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। वहीं सड़कों पर फिसलन और दृश्यता में कमी के कारण वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।