मुंबई पुलिस ने प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मनीष गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मनीष गुप्ता पर अपने ड्राइवर पर चाकू से हमला करने का आरोप लगा है। ड्राइवर ने बकाया वेतन को लेकर हुए विवाद के दौरान मनीष गुप्ता पर चाकू घोंपने का आरोप लगाया है।
Film Maker Manish Gupta Stabbed Driver: मुंबई के मशहूर फिल्म निर्देशक मनीष गुप्ता पर अपने ड्राइवर मोहम्मद लश्कर को चाकू मारने का गंभीर आरोप लगा है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में मनीष गुप्ता के खिलाफ औपचारिक तौर पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना 5 जून की शाम वर्सोवा स्थित उनके ऑफिस के पास हुई थी। आरोप है कि वेतन विवाद को लेकर दोनों के बीच तकरार हुई और गुस्साए गुप्ता ने रसोई का चाकू उठाकर ड्राइवर पर हमला कर दिया।
घटना की पूरी कहानी
शिकायतकर्ता मोहम्मद लश्कर पिछले लगभग तीन सालों से मनीष गुप्ता के ड्राइवर के रूप में काम कर रहे थे। लश्कर का कहना है कि उन्हें नियमित वेतन नहीं दिया जाता था। उनका हर महीने 23,000 रुपये का वेतन तय था, लेकिन वेतन अक्सर लेट मिलता था। मई महीने में तो उनका वेतन पूरी तरह से रोका गया था और 30 मई को उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया।
इस स्थिति में लश्कर ने 3 जून को मनीष गुप्ता को फोन करके बकाया वेतन मांगा। मनीष ने कहा कि वेतन तभी मिलेगा जब वे फिर से काम पर लौटेंगे। इस बात पर भरोसा करके लश्कर 4 जून को काम पर वापस आ गए। लेकिन 5 जून की शाम करीब 8:30 बजे, जब दोनों वर्सोवा के ऑफिस में मौजूद थे, लश्कर ने फिर से वेतन का सवाल उठाया। यह बात मनीष गुप्ता को नागवार गुजरी और वे आगबबूला हो गए।
शिकायत के मुताबिक, गुप्ता ने गुस्से में आकर रसोई से चाकू उठाया और लश्कर के धड़ के दाहिने हिस्से पर वार कर दिया। इस हमले से लश्कर गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन वे अपने जज़्बे के चलते मौके से भागने में सफल रहे।
घायल ड्राइवर ने क्या किया?
मनीष गुप्ता के हमले के बाद घायल लश्कर ने तुरंत पास में मौजूद एक अन्य ड्राइवर और बिल्डिंग के चौकीदार से मदद मांगी। उनकी मदद से लश्कर एक ऑटो रिक्शा लेकर विले पार्ले पश्चिम स्थित कूपर अस्पताल पहुंचे, जहां उनका इलाज किया गया। चोट की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल में उनकी हालत स्थिर होने के बाद, लश्कर ने वर्सोवा पुलिस स्टेशन जाकर मनीष गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई और एफआईआर
वर्सोवा पुलिस ने मोहम्मद लश्कर की शिकायत के आधार पर मनीष गुप्ता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 118(2), 115(2) और 352 के तहत मामला दर्ज किया है। इनमें खतरनाक हथियार से चोट पहुंचाने, शांति भंग करने और अपमानजनक भाषा इस्तेमाल करने के आरोप शामिल हैं। फिलहाल इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और पुलिस जांच में जुटी है।
मनीष गुप्ता कौन हैं?
मनीष गुप्ता बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं। उन्होंने रहस्य, द स्टोनमैन मर्डर्स जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है, जो दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों से प्रशंसा प्राप्त कर चुकी हैं। उनके काम की खासियत कहानी की गहराई और रहस्यमय पहलुओं को बेहतरीन तरीके से पर्दे पर लाना है। हालांकि, इस गंभीर आरोप के बाद उनका नाम नकारात्मक रूप से मीडिया की सुर्खियों में आ गया है। अभी तक मनीष गुप्ता ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
इस मामले की पड़ताल
फिल्म मेकिंग के क्षेत्र में सक्रिय मनीष गुप्ता का यह विवाद किसी बड़े झगड़े से कम नहीं है। अक्सर फिल्मों की शूटिंग, प्रोडक्शन और अन्य जिम्मेदारियों के चलते कलाकार और उनके कर्मचारी के बीच तनातनी की खबरें आती रहती हैं, लेकिन चाकू जैसी घातक वस्तु का इस्तेमाल एक गंभीर मामला है। कर्मचारी और नियोक्ता के बीच वेतन भुगतान को लेकर विवाद होना आम बात है, लेकिन हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है ताकि दोनों पक्षों की दलीलों को सुना जा सके और न्याय हो सके।
अब देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या सबूत सामने आते हैं। फिलहाल आरोप बहुत गंभीर हैं और मनीष गुप्ता के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज है। अगर आरोप साबित होते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज हो सकती है। दूसरी ओर, मनीष गुप्ता की ओर से भी अपनी सफाई और बयान दर्ज कराए जाने की संभावना है।