राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में इंदौर क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि पत्नी सोनम समेत चार आरोपियों ने मर्डर की साजिश और जुर्म कबूल कर लिया है।
Sonam Raghuwanshi News: इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की हत्या के रहस्य से पर्दा उठ चुका है। मेघालय में हनीमून पर गए राजा की हत्या उन्हीं के सामने मौजूद पत्नी सोनम रघुवंशी की साजिश में की गई। क्राइम ब्रांच इंदौर ने इस हत्याकांड में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने जुर्म कबूल कर लिया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि राजा की हत्या कर शव को गहरी खाई में फेंक दिया गया। इस पूरी साजिश की मास्टरमाइंड राजा की पत्नी सोनम बताई जा रही है।
कैसे हुआ राजा रघुवंशी का मर्डर?
राजा रघुवंशी की हत्या मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा क्षेत्र में की गई, जहां वह अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून पर गए थे। 23 मई को राजा की गुमशुदगी की सूचना मिली और 2 जून को उसका शव एक खाई में मिला। शुरुआती तौर पर ये एक हादसा माना जा रहा था, लेकिन जांच में सामने आया कि ये एक सोची-समझी साजिश थी।
आरोपियों ने कबूला जुर्म
इंदौर क्राइम ब्रांच ने बताया कि हत्या के चारों आरोपी—विशाल उर्फ विक्की ठाकुर, आकाश, आनंद और राज कुशवाह—ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि राजा की हत्या के बाद उसका शव एक गहरी खाई में फेंक दिया गया था ताकि किसी को शक न हो।
क्राइम ब्रांच ने इस कबूलनामे की पुष्टि करते हुए कहा कि राजा की पत्नी सोनम इस पूरे हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता है और हत्या के वक्त मौके पर मौजूद थी।
हत्या के समय की घटनाएं
आरोपियों के अनुसार, राजा पर पहला वार विशाल ठाकुर ने किया था। यह हमला इतने जोरदार तरीके से किया गया कि राजा मौके पर ही बुरी तरह घायल हो गया। बाकी आरोपियों ने भी हमला कर उसे मार डाला।
विशेष बात यह रही कि सोनम रघुवंशी, जो राजा की नई नवेली पत्नी थी, वह इस पूरे हत्याकांड के दौरान मौके पर मौजूद थी और अपने पति को मरते हुए देख रही थी। आरोपियों के अनुसार, सोनम ने न केवल इस हत्या की योजना बनाई बल्कि उस पर अमल करने में सहयोग भी किया।
आरोपी कैसे पहुंचे मेघालय?
इंदौर क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी इंदौर से ट्रेन के जरिए गुवाहाटी गए और फिर वहां से शिलॉन्ग पहुंचे। चूंकि इंदौर से मेघालय के लिए कोई डायरेक्ट ट्रेन नहीं है, इसलिए उन्हें कई ट्रेनें बदलनी पड़ीं।
इस दौरान, इंदौर में ही मौजूद राज कुशवाहा ने इन तीनों आरोपियों को मेघालय में खर्च के लिए करीब 40-50 हजार रुपये दिए। वह भले ही घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, लेकिन हत्या की पूरी साजिश में शामिल था और लॉजिस्टिक सपोर्ट दे रहा था।
हत्या के बाद सबूत मिटाने की कोशिश
आरोपियों ने राजा की हत्या के बाद उसका शव एक खाई में फेंक दिया, जिससे लगे कि वह पहाड़ों में गिरकर मरा है। यही नहीं, हत्याकांड के समय आरोपी विशाल जो कपड़े पहने हुए था, वह कपड़े उसके घर से बरामद किए गए हैं।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, इन कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है जिससे यह पुष्टि हो सके कि कपड़ों पर जो खून के धब्बे हैं, वे राजा रघुवंशी के ही हैं या नहीं।
सोनम को गाजीपुर से लिया गया हिरासत में
हत्या के बाद सोनम फरार हो गई थी। उसे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में सोनम ने एक ढाबा मालिक से मदद लेने और लूट की कोशिश की बात कही है। उसने कहा कि उसे कुछ याद नहीं कि वह गाजीपुर कैसे पहुंची।
हालांकि, क्राइम ब्रांच और मेघालय पुलिस इस बयान की सच्चाई की जांच कर रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह घटना के तुरंत बाद मेघालय से इंदौर लौटी थी या नहीं।
शादी के 12 दिन बाद ही खत्म हो गया रिश्ता
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी मात्र 12 दिन पहले ही हुई थी। शादी के बाद वे दोनों हनीमून पर मेघालय गए थे। 23 मई को राजा के लापता होने की खबर आई थी, जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। 2 जून को उसका शव खाई में मिला। इस दौरान पुलिस को शुरू से ही शक था कि मामला दुर्घटना नहीं है। जांच के बाद मामला हत्या का निकला और सोनम समेत चार लोगों को आरोपी बनाया गया।