चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और टीएमसी ने बाजी मारी। AAP ने पंजाब और गुजरात में बढ़त बनाई, जबकि बीजेपी सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल कर सकी।
By Election 2025 Result: चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और टीएमसी की मजबूत उपस्थिति दिखाई दी। इनमें से चार सीटें विपक्षी INDIA ब्लॉक के खाते में गईं, जबकि एनडीए केवल एक सीट ही बचा सका। पंजाब में AAP ने न सिर्फ सीट बरकरार रखी बल्कि जीत का अंतर भी बढ़ाया। वहीं, गुजरात की विसावदर सीट पर सत्ता विरोधी ट्रेंड कायम रहा। इन नतीजों से स्पष्ट है कि मतदाता स्थिरता को प्राथमिकता दे रहे हैं और जहां नाराजगी है, वहां सत्ता को बदलने का रुख भी दिखा रहे हैं।
उपचुनाव के नतीजों की तस्वीर
19 जून को हुए पांच विधानसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे अब सामने आ चुके हैं। ये सीटें थीं — पंजाब की लुधियाना वेस्ट, गुजरात की कडी और विसावदर, पश्चिम बंगाल की कालीगंज और केरल की नीलाम्बुर। इन नतीजों से साफ है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में मतदाताओं का रुझान स्थिरता, प्रदर्शन और स्थानीय मुद्दों के आधार पर तय हो रहा है।
पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट पर AAP की बड़ी जीत
पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर न सिर्फ जीत दोहराई, बल्कि इस बार जीत का अंतर भी पहले से अधिक रहा। 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के गुरप्रीत बस्सी गोगी ने कांग्रेस के भारत भूषण आशु को 7512 वोटों से हराया था। इस बार उपचुनाव में AAP के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने 35,144 वोट हासिल किए और जीत का मार्जिन 10,634 तक पहुंचा। यह संकेत देता है कि पंजाब में पार्टी की पकड़ मजबूत बनी हुई है और मतदाता अब भी AAP पर भरोसा कर रहे हैं।
गुजरात की विसावदर सीट पर सत्ता विरोधी रुझान कायम
गुजरात की विसावदर विधानसभा सीट लंबे समय से सत्ता के विरोध में मतदान करती आई है। 2007 से लेकर अब तक यह सीट बीजेपी के खाते में नहीं गई। 2022 में यहां से आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी। इस बार भी जब AAP के विधायक के पाला बदलने के बाद उपचुनाव हुए, तो मतदाताओं ने फिर से सत्ता विरोधी निर्णय लिया। यह संकेत देता है कि विसावदर की जनता स्थानीय स्तर पर पार्टी के कामकाज और नेतृत्व पर अपना फैसला सुनाती है, न कि राज्य सरकार के प्रदर्शन पर।
गुजरात की कडी सीट पर बीजेपी की पकड़ बरकरार
गुजरात की मेहसाणा जिले की कडी विधानसभा सीट बीजेपी के पास थी और यह सीट उसने इस उपचुनाव में भी बरकरार रखी। यह दर्शाता है कि कुछ क्षेत्रों में बीजेपी की संगठनात्मक ताकत और स्थायी समर्थन आधार कायम है। इस सीट पर कोई अप्रत्याशित नतीजा नहीं आया और मतदाताओं ने स्थिरता को तरजीह दी।
पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर TMC की वापसी
पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट से तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की। राज्य में ममता बनर्जी की पार्टी का प्रदर्शन लगातार मजबूत होता जा रहा है और यह सीट उसी क्रम में पार्टी के खाते में गई। इससे यह संकेत मिलता है कि टीएमसी को राज्य में विरोध के बावजूद अब भी पर्याप्त जनसमर्थन प्राप्त है। बीजेपी के लिए यह संकेत है कि बंगाल में अपनी जड़ें और गहरी करने के लिए उसे अधिक प्रयास करने होंगे।
केरल की नीलाम्बुर सीट पर कांग्रेस गठबंधन की जीत
केरल की नीलाम्बुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF गठबंधन को जीत मिली है। इस सीट पर वाम मोर्चे (LDF) की हार राज्य की राजनीति में हलचल का संकेत है। एक तरफ जहां वाम दलों का राज्य में मजबूत आधार है, वहीं इस हार ने दिखाया है कि कांग्रेस की वापसी की संभावनाएं अब भी कायम हैं। यह जीत INDIA गठबंधन के लिए मनोबल बढ़ाने वाली साबित हो सकती है।