चीन और पाकिस्तान भारत को घेरने के लिए बांग्लादेश को साथ मिलाने की साजिश रच रहे हैं। मोहम्मद यूनुस की भूमिका और आईएसआई की सक्रियता बढ़ रही है।
Pakistan: हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के बाद भले ही युद्धविराम हुआ हो, लेकिन तनाव कम नहीं हुआ है। भारत ने साफ कर दिया है कि कोई भी आतंकी हमला अब सीधे युद्ध माना जाएगा। इस बीच, चीन और पाकिस्तान भारत के खिलाफ नया मोर्चा खोलने की योजना बना रहे हैं, जिसमें बांग्लादेश और मोहम्मद यूनुस भी शामिल हैं।
पाक-चीन गठजोड़ की चुनौती
पाकिस्तान और चीन ने भारत के खिलाफ मिलकर एक नई रणनीति तैयार की है। हाल के सैन्य टकराव में पाकिस्तान की सेना चीनी हथियारों पर निर्भर थी, लेकिन भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह बेअसर कर दिया। इससे चीन की भी इज्जत हवा में उड़ गई। अब दोनों देश कश्मीर से अपना ध्यान हटाकर भारत की पूर्वी सीमा की ओर केंद्रित हो रहे हैं।
बांग्लादेश की भूमिका और मोहम्मद यूनुस का प्रभाव
हालांकि, बांग्लादेश ने शेख हसीना के नेतृत्व में इस गठजोड़ से दूरी बनाए रखी थी, लेकिन बांग्लादेश की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति में बदलाव आ रहा है। मोहम्मद यूनुस, जो बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार हैं, इस गठजोड़ में एक अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने मार्च 2025 में बांग्लादेश को पूर्वोत्तर भारत के लिए समुद्र का संरक्षक बताया था और इसे चीन के आर्थिक विस्तार का हिस्सा माना था।
पाकिस्तान की साजिश और आईएसआई की सक्रियता
पाकिस्तान बांग्लादेश में चीन के हितों को बढ़ाने के लिए मोहम्मद यूनुस का इस्तेमाल कर रहा है। इसके साथ ही, आईएसआई यानी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकार-उज-जमान को हटाने की साजिश रच रही है। जनवरी 2025 में आईएसआई के चार वरिष्ठ अधिकारी ढाका पहुंचे थे, जिनका नेतृत्व एनएसए लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक ने किया था। हालांकि, सेना के अधिकांश जनरल जनरल जमान के साथ मजबूती से खड़े हैं।
चीन की बढ़ती सक्रियता और भारत विरोधी कदम
चीन बांग्लादेश में भारत के व्यापार प्रभुत्व को कम करने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए चीन सस्ते कपड़े, मशीनरी और अन्य वस्तुओं का आयात बढ़ा रहा है। पाकिस्तान की आईएसआई बांग्लादेश में कट्टरपंथी समूहों जैसे हिफाजत-ए-इस्लाम और जमात-ए-इस्लामी को भी आर्थिक मदद कर रही है ताकि वे भारत के खिलाफ बोल सकें।
पूर्वोत्तर भारत में अशांति फैलाने की कोशिश
पाकिस्तान पूर्वोत्तर भारत में विद्रोही गुटों को सक्रिय कर भारत के खिलाफ अशांति फैलाना चाहता है। बांग्लादेश में पाकिस्तान के समर्थक समूहों की मदद से यह प्रयास हो रहा है। हाल ही में त्रिपुरा और असम में पाकिस्तानी हथियार जब्त किए गए, जो इस सक्रियता का संकेत हैं।
भारत के लिए चुनौती और आगे की रणनीति
भारत को चीन-पाकिस्तान के इस नए मोर्चे का सामना करने के लिए कड़ा और सतर्क रहना होगा। पूर्वोत्तर सीमा की सुरक्षा बढ़ाने और क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने की जरूरत है। भारत सरकार को चाहिए कि वे इन खतरों से निपटने के लिए कूटनीतिक और सुरक्षा दोनों स्तरों पर सक्रिय कदम उठाएं।