आज तुर्किए में रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए वार्ता होगी। पुतिन ने रूस के प्रतिनिधियों के नाम बताए, जिनमें क्रेमलिन सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की प्रमुख हैं, जो रूसी टीम का नेतृत्व करेंगे।
Russia-Ukraine War: तीन साल से चले आ रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए आज तुर्किए (Turkey) में अहम शांति वार्ता होने जा रही है। दुनियाभर की निगाहें इस वार्ता पर टिकी हैं, क्योंकि इस बैठक से युद्ध विराम (Ceasefire) की संभावना बन सकती है। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने इस वार्ता से खुद दूरी बना ली है और रूस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व क्रेमलिन के प्रमुख सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की (Vladimir Medinsky) करेंगे।
पुतिन ने रूस के प्रतिनिधिमंडल के नाम किए घोषित
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने आज तुर्किए में होने वाली वार्ता में शामिल होने वाले अधिकारियों के नामों की घोषणा कर दी है। इस प्रतिनिधिमंडल में रूस के उप विदेश मंत्री मिखाइल गालुजिन, उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन, और जनरल स्टाफ के प्रमुख इगोर कोस्ट्युकोव भी शामिल हैं। ये सभी अधिकारी युद्ध के तकनीकी और राजनीतिक पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
इसके अलावा, विशेषज्ञों का एक समूह भी इस वार्ता का हिस्सा होगा, जिनमें जनरल स्टाफ के सूचना विभाग के प्रथम उप प्रमुख अलेक्जेंडर जोरिन, राष्ट्रपति निदेशालय की उप प्रमुख येलेना पोडोब्रेयेव्स्काया, और रक्षा मंत्रालय के अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग निदेशालय के उप प्रमुख विक्टर शेवत्सोव शामिल हैं।
इस्तांबुल में शुरू होगी वार्ता
क्रेमलिन के सहायक यूरी उशाकोव ने पुष्टि की है कि रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता आज इस्तांबुल में फिर से शुरू होगी। इस बैठक में दोनों पक्ष तकनीकी और राजनीतिक दोनों तरह के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
पुतिन ने इस वार्ता के लिए औपचारिक रूप से यूक्रेन को 11 मई को बिना शर्त बातचीत शुरू करने का निमंत्रण दिया था। यह कदम युद्ध को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
यूक्रेन की शर्तें और पुतिन से आमने-सामने मुलाकात की इच्छा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस वार्ता में पुतिन के शामिल होने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे तभी वार्ता में भाग लेंगे जब पुतिन खुद वहां होंगे, और किसी अन्य रूसी प्रतिनिधि से नहीं मिलेंगे। जेलेंस्की ने रूस की शांति के प्रति मंशा पर संदेह जताया है और मॉस्को की हालिया हरकतों को अविश्वसनीय बताया है।
उनके सलाहकार मिखाइलो पोडोल्याक ने भी कहा है कि यूक्रेन तब तक वार्ता में नहीं भाग लेगा जब तक पुतिन मौजूद न हों। इस बीच, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी शांति वार्ता में शामिल होने की इच्छा जताई है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि रूस का कोई शीर्ष अधिकारी इस वार्ता में होगा या नहीं।