उत्तर भारत इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। तेज धूप, लू और उमस ने दिल्ली-एनसीआर, बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। तापमान लगातार सामान्य से ऊपर बना हुआ है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसी बीच मॉनसून को लेकर राहत भरी खबर सामने आई है।
Monsoon Update: उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी के बीच राहत की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मई के अंत से ठहरे हुए दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आखिरकार गति पकड़ ली है। 13 दिन की देरी के बाद अब यह उत्तर दिशा की ओर बढ़ने लगा है, जिससे अगले कुछ दिनों में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित कई राज्यों में बारिश के आसार बन गए हैं।
पिछले तीन दिनों से दिल्ली-एनसीआर सहित समूचे उत्तर भारत में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। मंगलवार को कई इलाकों में लू की स्थिति दर्ज की गई और बुधवार को भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। लेकिन 12 जून की शाम से मौसम में बदलाव के संकेत हैं — तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है।
फिर सक्रिय हुआ मानसून
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने पुष्टि की है कि 29 मई को केरल तक पहुंचने के बाद ठहर चुके मानसून को अब बंगाल की खाड़ी में बन रहे दो चक्रवातीय सिस्टमों से नई ऊर्जा मिल रही है। इन सिस्टमों के प्रभाव से मानसून अब तेजी से पश्चिम और उत्तर की ओर बढ़ रहा है।स्काईमेट वेदर के अध्यक्ष जीपी शर्मा के अनुसार, “बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य भाग में चक्रवाती हवाओं का एक सिस्टम बन गया है।
इससे दक्षिण भारत विशेष रूप से तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और कर्नाटक में बारिश शुरू होगी। 14 जून के आसपास दूसरा सिस्टम बनने की संभावना है जो ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से होते हुए मानसून को और आगे ले जाएगा।
भीषण गर्मी से बेहाल उत्तर भारत
- दिल्ली में मंगलवार को तापमान 46.8 डिग्री दर्ज किया गया।
- राजस्थान के चूरू और गंगानगर में पारा 47 डिग्री को पार कर गया।
- हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हालात बेहद गंभीर हैं।
- मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि गुरुवार से पहले गर्मी से राहत की उम्मीद न करें। हालांकि, 13 जून के बाद से मौसम में बड़ी तब्दीली की संभावना है।
अब तक कहां तक पहुंचा है मानसून?
वर्तमान में मानसून मुंबई और सिक्किम-उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तक ही पहुंच पाया है। सामान्यत: यह 10 जून तक उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में दस्तक दे देता है, लेकिन इस साल गति में बाधा के कारण देरी हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जैसे ही बंगाल की खाड़ी के सिस्टम सक्रिय होंगे, मानसून तेज़ी से आगे बढ़ेगा। स्काईमेट के अनुसार, अगले एक सप्ताह में उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों तक मानसून पहुंचने की पूरी संभावना है।