एयर मार्शल मनीष खन्ना ने दक्षिणी वायुसेना कमान का नेतृत्व संभाला। उनके पास 4000 घंटे से ज्यादा का उड़ान अनुभव है। उन्हें AVSM और VM से सम्मानित किया गया है।
Air Marshal Manish Khanna: भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी एअर मार्शल मनीष खन्ना ने दक्षिणी वायु कमान के प्रमुख के रूप में पदभार संभाल लिया है। 1986 में कमीशन प्राप्त करने के बाद, वह अब तक 4000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव प्राप्त कर चुके हैं। उन्हें अति विशिष्ट सेवा मेडल और वायु सेना मेडल से सम्मानित किया गया है। उनके नेतृत्व में भारतीय वायुसेना को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की उम्मीद की जा रही है।
एअर मार्शल मनीष खन्ना ने संभाली दक्षिणी वायु कमान की जिम्मेदारी
भारतीय वायुसेना में एक महत्वपूर्ण बदलाव के तहत एअर मार्शल मनीष खन्ना ने दक्षिणी वायु कमान का कार्यभार संभाला है। तिरुवनंतपुरम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पदभार ग्रहण किया। उनकी नियुक्ति भारतीय वायुसेना के लिए बेहद अहम मानी जा रही है, क्योंकि दक्षिणी वायु कमान सामरिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।
4000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव
एअर मार्शल मनीष खन्ना एक अनुभवी फाइटर पायलट हैं। उनके पास विभिन्न प्रकार के युद्धक और ट्रेनर विमानों पर 4000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है। वे एक श्रेणी ‘ए’ योग्य फ्लाइट ट्रेनर भी हैं। उन्होंने अपने करियर में कई अहम भूमिकाएं निभाई हैं, जिनमें फाइटर स्क्वाड्रन की कमान संभालना और एडवांस मुख्यालयों में नेतृत्व करना शामिल है।
सम्मान और पुरस्कार
अपने शानदार करियर के दौरान एअर मार्शल मनीष खन्ना को अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) और वायु सेना मेडल (VM) से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान और समर्पण के लिए प्रदान किए गए। उनके नेतृत्व में भारतीय वायुसेना की क्षमताओं को और भी अधिक मजबूती मिलेगी।
शैक्षिक पृष्ठभूमि और प्रशिक्षण
एअर मार्शल खन्ना राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA), रक्षा सेवाओं स्टाफ कॉलेज (DSSC), कॉलेज ऑफ एयर वॉरफेयर (CAW) और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज (NDC) के पूर्व छात्र हैं। उनका प्रशिक्षण और शैक्षिक अनुभव भारतीय वायुसेना में उनके कार्यों को मजबूती देता है।
विविध भूमिकाओं में अनुभव
अपने चार दशकों के करियर में एअर मार्शल खन्ना ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने एक प्रमुख फाइटर स्क्वाड्रन की कमान संभाली, एयर क्रू परीक्षा बोर्ड में काम किया, एडवांस हेडक्वार्टर में प्रमुख भूमिकाएं निभाईं और कॉलेज ऑफ एयर वॉरफेयर के कमांडेंट भी रहे। उनकी नेतृत्व क्षमता और तकनीकी विशेषज्ञता भारतीय वायुसेना के लिए एक बड़ी संपत्ति है।
वर्तमान में दक्षिणी वायु कमान का नेतृत्व
दक्षिणी वायु कमान की जिम्मेदारी संभालने से पहले एअर मार्शल मनीष खन्ना दक्षिण पश्चिम कमान में सीनियर एयर स्टाफ अफसर (SASO) थे। उनके नेतृत्व में दक्षिणी वायु कमान को और भी अधिक मजबूती मिलने की उम्मीद है, खासतौर पर समुद्री सीमाओं की रक्षा और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मानी जाती है।