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क्विक कॉमर्स 2025: मिनटों में डिलीवरी, तेजी से बढ़ता डिजिटल रिटेल बाजार

क्विक कॉमर्स 2025: मिनटों में डिलीवरी, तेजी से बढ़ता डिजिटल रिटेल बाजार

भारत में तेजी से बढ़ रहे क्विक कॉमर्स सेक्टर को लेकर अब साफ-सफाई और स्टोरेज क्वालिटी पर सवाल उठने लगे हैं। कई बड़ी कंपनियों ने डार्क स्टोर्स में गंदगी और गलत तरीके से सामान रखने पर चिंता जाहिर की है।

बिजनेस न्यूज़: भारत में तेजी से बढ़ रहे क्विक कॉमर्स सेक्टर को लेकर अब साफ-सफाई और स्टोरेज क्वालिटी पर सवाल उठने लगे हैं। कई बड़ी कंपनियों ने डार्क स्टोर्स में गंदगी और गलत तरीके से सामान रखने पर चिंता जाहिर की है। इसको देखते हुए FDA और FSSAI जैसी सरकारी एजेंसियां इन स्टोर्स की जांच कर रही हैं। कंपनियों का कहना है कि ग्राहकों का भरोसा बनाए रखने के लिए साफ-सफाई और सुरक्षा से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन जरूरी है।

क्विक कॉमर्स का बढ़ता चलन

क्विक कॉमर्स, यानी कुछ ही मिनटों में ग्रोसरी और जरूरत का सामान डिलीवर करने वाला मॉडल, भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। Swiggy Instamart, Zepto और Blinkit जैसे प्लेटफॉर्म इस क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ी बन चुके हैं। लोगों की सुविधानुसार डिलीवरी की मांग के चलते यह सेक्टर लगातार विस्तार कर रहा है। FY25 में इस क्षेत्र में 50% से 100% तक की ग्रोथ दर्ज की गई है, जो पारंपरिक दुकानों से कहीं ज्यादा है।

डार्क स्टोर्स की सफाई पर सवाल

कई एफएमसीजी कंपनियों ने बताया है कि क्विक कॉमर्स की तेजी के साथ ही इससे जुड़ी कुछ गंभीर चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। प्रमुख चिंता का विषय है—डार्क स्टोर्स की साफ-सफाई और स्टोरेज की गुणवत्ता।

डार्क स्टोर्स दरअसल वे गोदाम होते हैं, जहां से ग्राहकों के ऑर्डर सीधे पैक कर भेजे जाते हैं। हालांकि, कुछ कंपनियों ने चिंता जताई है कि कई स्थानों पर इन स्टोर्स में स्वच्छता और भंडारण से जुड़ी मानकों की अनदेखी हो रही है। बीते कुछ महीनों में करीब दर्जन भर FMCG कंपनियों ने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को इस विषय में शिकायत करते हुए पत्र भेजे हैं।

ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के एमडी वरुण बेरी ने बताया कि वे अपने क्विक कॉमर्स पार्टनर्स को ताजगी से भरा स्टॉक देते हैं और उत्पादों की शेल्फ लाइफ का विशेष ध्यान रखते हैं। इसके बदले वे अपेक्षा करते हैं कि प्लेटफॉर्म स्टोरेज और डिलीवरी में सावधानी बरतें और FMFO (First Manufactured, First Out) का पालन करें।

कंपनियों की चिंता और उदाहरण

एक फ्रोजन फूड कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ने बताया कि डार्क स्टोर्स में यदिबत्ती जैसी महकदार वस्तुएं फ्रोजन फूड के साथ रखी जा रही थीं, जिससे गंध स्थानांतरित होने का खतरा पैदा हो गया था।

HUL, ITC, ब्रिटानिया, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, अमूल, पार्ले, कोका-कोला और मदर डेयरी जैसी दिग्गज कंपनियां अपने प्रीमियम उत्पाद अब क्विक कॉमर्स चैनलों के माध्यम से बेच रही हैं। ग्रीनडॉट हेल्थ फूड्स (कॉर्निटोस) के एमडी विक्रम अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने सभी प्लेटफॉर्म्स को समय-समय पर ऑडिट करने की सलाह दी है। उनका कहना है कि उनकी कंपनी की कुल सालाना बिक्री में से करीब 20% अब क्विक कॉमर्स से हो रही है।

सरकारी निगरानी और कार्रवाई

सरकार भी अब इस मामले को गंभीरता से ले रही है। फूड सेफ्टी रेगुलेटरी एजेंसियां जैसे FDA और FSSAI ने देशभर में डार्क स्टोर्स का निरीक्षण शुरू कर दिया है। हाल ही में महाराष्ट्र FDA ने धारावी स्थित एक Zepto डार्क स्टोर का फूड बिजनेस लाइसेंस रद्द कर दिया। वहां निरीक्षण में फंगल संक्रमण और अस्वच्छ स्टोरेज जैसी खामियां पाई गईं।

FSSAI ने मेट्रो शहरों से लेकर टियर-2 और छोटे कस्बों तक इन डार्क स्टोर्स पर ऑडिट की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। यह कदम इसलिए जरूरी माना जा रहा है क्योंकि डिलीवरी का समय भले कम हो गया हो, लेकिन गुणवत्ता पर समझौता नहीं किया जा सकता।

उपभोक्ता विश्वास बनाए रखना जरूरी

KRBL लिमिटेड (इंडिया गेट चावल ब्रांड) के मार्केटिंग हेड कुणाल शर्मा का कहना है कि स्वच्छता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। ग्राहक चाहे कहीं से भी सामान मंगाएं, उन्हें उच्च गुणवत्ता और सुरक्षित उत्पाद ही मिलने चाहिए। उन्होंने कहा कि FSSAI और FDA जैसे संस्थानों के दिशा-निर्देश इस क्षेत्र में मानक स्थापित करने में अहम भूमिका निभाते हैं।

हेरिटेज फूड्स के सीईओ श्रीदीप केसवन ने बताया कि जैसे-जैसे क्विक कॉमर्स लास्ट माइल डिलीवरी का तरीका बनता जा रहा है, वैसे-वैसे इससे जुड़ी चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। खासकर कोल्ड चेन व्यवस्था और स्वच्छता बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि डार्क स्टोर्स को भी उन्हीं मानकों का पालन करना चाहिए जो ग्राहक अपने उत्पादों से अपेक्षा करते हैं।

कंपनियों का रवैया और जिम्मेदारी

इस मामले पर फिलहाल Swiggy Instamart, Zepto और Blinkit की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि क्विक कॉमर्स का टिकाऊ विकास तभी संभव है जब उपभोक्ताओं का भरोसा कायम रहे। इसके लिए जरूरी है कि डार्क स्टोर्स में साफ-सफाई, तापमान नियंत्रण और उत्पादों की सुरक्षा जैसे सभी मानकों का सख्ती से पालन किया जाए। 

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