पाकिस्तान के आर्थिक हालात इन दिनों बेहद दयनीय होते जा रहे हैं, और 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद स्थिति और भी खराब हो गई है। भारत ने इस हमले का जवाब 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किया, जिसके बाद पाकिस्तान के शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली।
Pakistan Stock Market: भारत की तरफ से पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किए गए ऑपरेशन सिंदूर का असर भारतीय और पाकिस्तानी शेयर बाजारों पर साफ नजर आया। जहां भारतीय शेयर बाजार ने इस ऑपरेशन को सलाम किया और रेड जोन में खुलकर बढ़त बनाई, वहीं पाकिस्तान के शेयर बाजार में गहरी चिंता और मंदी का माहौल था।
बुधवार को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा किए गए हमले के बाद पाकिस्तान का बेंचमार्क शेयर इंडेक्स (KSE-100) में 5.78 प्रतिशत की भारी गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में KSE-100 इंडेक्स ने 6,272 अंक यानी लगभग 5.5 प्रतिशत की गिरावट दिखाई और 107,296 पर कारोबार कर रहा था।
पाकिस्तान के शेयर बाजार में भारी गिरावट
भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के शेयर बाजार को बुरी तरह प्रभावित किया। 23 अप्रैल के बाद, पाकिस्तान के शेयर बाजार में एक बड़ा पतन देखने को मिला। 24 अप्रैल को पाकिस्तान के बेंचमार्क शेयर इंडेक्स, केएसई-100, ने 5.78 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की। इसी दिन, केएसई-100 इंडेक्स में 6,272 अंक की गिरावट आई, और यह 107,296 अंक पर पहुंच गया। इस गिरावट का असर पाकिस्तान के आर्थिक ढांचे पर गहरा पड़ा है और निवेशकों में भय का माहौल है।
22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों को समाप्त करने का ऐलान किया। इसके बाद से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है। भारत द्वारा सिंधु जल समझौते को रद्द करने, राजनयिकों की संख्या कम करने और सार्क वीजा में छूट रद्द करने के कदमों से पाकिस्तान की स्थिति और भी कमजोर हो गई है। परिणामस्वरूप, पाकिस्तान के शेयर बाजार में निवेशकों के अरबों रुपये स्वाहा हो गए हैं।
कराची स्टॉक एक्सचेंज पर संकट
24 अप्रैल को कराची स्टॉक एक्सचेंज के केएसई-100 इंडेक्स ने एक बार फिर से बड़ा झटका झेला। कारोबार शुरू होते ही मिनटों के भीतर इंडेक्स 2,485 अंक टूट गया। इसके साथ ही, पाकिस्तान के शेयर बाजार के कैपिटल मार्केट में भी भारी नुकसान हुआ। पहले जहां कराची स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप 52.84 अरब डॉलर था, वहीं 29 अप्रैल तक इसमें गिरावट आई और यह 50.39 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
पाकिस्तान के शेयर बाजार ने 22 अप्रैल के बाद 5,494.78 अंक यानी लगभग 4.63 प्रतिशत की गिरावट देखी। इससे पाकिस्तान को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। महज कुछ दिनों के भीतर पाकिस्तान के शेयर बाजार को 2.45 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इससे पाकिस्तान की कमजोर आर्थिक स्थिति और भी बिगड़ गई है। पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को इस नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
पाकिस्तान में महंगाई का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। 2023 के मई में महंगाई दर 38.5 प्रतिशत तक पहुंच गई थी, जो पाकिस्तान के लिए एक गंभीर संकट का संकेत है। इसके साथ ही, पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी कम हो कर 3.7 अरब डॉलर से भी नीचे जा चुका है, जो एक और चिंता का विषय है। ऐसे में पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और भी अधिक विकट हो गई है, और देश के वित्तीय संकट ने आर्थिक विकास को रोक दिया है।