मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया को लेकर दिए गए विवादित बयान को पाकिस्तान ने अपने प्रोपेगेंडा का हथियार बना लिया है। पाकिस्तान के सरकारी टीवी चैनल ने इस बयान को प्राइम टाइम पर दिखाकर भारत की छवि को मुस्लिम विरोधी के रूप में पेश करने की कोशिश की है।
नई दिल्ली: भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर धूमिल करने की पुरानी आदत को दोहराते हुए पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत विरोधी प्रोपेगैंडा को हवा दी है। इस बार पाकिस्तान ने मध्यप्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के विवादित बयान को हथियार बना लिया है। उन्होंने भारतीय सेना की वरिष्ठ महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर एक अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसे पाकिस्तान ने अपने सरकारी चैनल पीटीवी और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है।
भारत को मुस्लिम विरोधी राष्ट्र के रूप में पेश करने की साजिश
पाकिस्तान के सरकारी और निजी न्यूज चैनलों ने इस बयान को प्रमुखता से दिखाया है। पीटीवी ने अपने प्राइम टाइम कार्यक्रम में दावा किया कि भारत में अब सेना में सेवा देने वाले मुस्लिम अधिकारी भी असुरक्षित हैं। जीओ न्यूज और जंग टीवी ने भी इसी लाइन पर चलते हुए कहा कि भारत में मुसलमानों को नफरत का शिकार बनाया जा रहा है और कर्नल सोफिया पर दिया गया बयान इस बात का प्रमाण है।
कैसे फैला पाकिस्तान ने यह झूठा नैरेटिव
पीटीवी के विशेष कार्यक्रम में कहा गया भारत के सत्ताधारी दल भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने सेना की वफादार महिला अधिकारी को आतंकवादी कहकर हिन्दुत्व के एजेंडे को उजागर कर दिया है। मोदी राज में अब मुस्लिम महिलाएं भी सेना में सुरक्षित नहीं हैं। इस तरह के वक्तव्यों के जरिए पाकिस्तान यह दर्शाने की कोशिश कर रहा है कि भारत में मुस्लिम समुदाय को लगातार दबाया जा रहा है और यहां धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए कोई सम्मान नहीं बचा है।
सोशल मीडिया से भी फैलाई जा रही नफरत
सिर्फ टीवी चैनल ही नहीं, पाकिस्तान के हजारों सोशल मीडिया हैंडल्स ने भी इस मुद्दे को लेकर फेक पोस्ट्स और भड़काऊ ग्राफिक्स के साथ प्रोपेगैंडा तेज कर दिया है। इसमें भारत को ‘अल्पसंख्यक विरोधी राष्ट्र’ और ‘मुस्लिम विरोधी सत्ता’ कहकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ताओं तक ने इस मुद्दे को लेकर टिप्पणी की और इसे भारत की ‘धार्मिक असहिष्णुता’ का उदाहरण बताया।
विवाद के मूल में क्या है?
मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सेना की अफसर कर्नल सोफिया को लेकर कहा था, “ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए, ये देश के लिए खतरा हो सकते हैं। इस टिप्पणी को देशभर में न सिर्फ आलोचना का सामना करना पड़ा, बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लेते हुए मंत्री को सार्वजनिक माफी मांगने को कहा। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने भी स्वत:संज्ञान लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
विशेषज्ञों की राय: यह प्रोपेगैंडा नहीं, रणनीति है
राजनयिक मामलों के जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान की यह प्रतिक्रिया अचानक नहीं है, बल्कि यह एक सुविचारित रणनीति का हिस्सा है। प्रोफेसर आशीष गुप्ता, जो दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ हैं, कहते हैं, पाकिस्तान भारत के अंदरूनी मामलों को धार्मिक एंगल देकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भारत को कठघरे में खड़ा करना चाहता है। यह बयान उन्हें एक मौका दे गया।
हालांकि भाजपा ने बयान को ‘व्यक्तिगत राय’ बताकर पल्ला झाड़ लिया है, लेकिन विपक्ष लगातार सरकार से मांग कर रहा है कि ऐसे नेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए, जो देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचा सकते हैं।