Columbus

Pakistan Firing on LoC: लगातार 9वीं रात पाकिस्तान ने तोड़ा युद्धविराम, भारतीय सेना का सख्त पलटवार

पाकिस्तान ने LoC पर 9वीं रात सीजफायर तोड़ा। कुपवाड़ा, उरी और अखनूर में फायरिंग की गई। भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। पहलगाम हमले के बाद तनाव चरम पर।

Pakistan Firing on LoC: जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। यह नौवीं रात है जब पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के भारतीय सीमाओं पर गोलीबारी की है। कुपवाड़ा, उरी और अखनूर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में पाकिस्तान की सेना की ओर से फायरिंग की गई, जिसका भारतीय सेना ने सटीक और सख्त जवाब दिया।

तनावपूर्ण हालात: पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव

यह घटनाएं उस समय हो रही हैं जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि लगातार हो रही घुसपैठ और फायरिंग को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

24 अप्रैल से जारी है गोलीबारी

पाकिस्तान ने 24 अप्रैल की रात से LoC के कई हिस्सों में फायरिंग शुरू की, जो अब भी जारी है। इस बीच भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (DGMO) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत हुई, जिसमें इन घटनाओं पर चिंता जाहिर की गई। भारत ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट किया कि ऐसी गतिविधियां सीधे युद्ध की दिशा में ले जा सकती हैं।

सिंधु जल संधि निलंबित, पाकिस्तान ने उठाए सख्त कदम

भारत ने सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित कर दिया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया, वाघा बॉर्डर सील किया और भारत के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ दिए। पाकिस्तान ने बयान दिया कि यदि भारत ने उनके हिस्से के जल को रोका तो यह सीधे तौर पर "युद्ध की कार्रवाई" मानी जाएगी।

भारत-पाक सीमा: तीन हिस्सों में बंटी हुई संरचना

भारत और पाकिस्तान के बीच कुल 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा है जो तीन हिस्सों में बंटी है:

  • अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB): गुजरात से जम्मू तक लगभग 2,400 किमी
  • नियंत्रण रेखा (LoC): जम्मू से लेकर लेह तक लगभग 740 किमी
  • वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (AGPL): सियाचिन से इंदिरा कोल तक 110 किमी

फरवरी 2021 में दोनों देशों ने 2003 की सीजफायर संधि को फिर से लागू करने का संकल्प लिया था, लेकिन हालिया घटनाएं बताती हैं कि शांति फिर खतरे में है।

Leave a comment