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पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करे अमेरिका: पेंटागन अधिकारी की मांग

पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा देकर भारत के साथ संघर्ष शुरू किया। अब वह अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रहा है, जबकि असली पीड़ित भारत है।

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव पर अमेरिका के रक्षा विशेषज्ञ और पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अमेरिका से अपील की है कि पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित किया जाए। माइकल रुबिन अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट में वरिष्ठ फेलो हैं और वैश्विक सुरक्षा मामलों के जानकार माने जाते हैं।

भारत बना आतंकवाद का शिकार- रुबिन

रुबिन ने ANI से बातचीत में कहा, "पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन देकर भारत के साथ संघर्ष की शुरुआत की और अब वह अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रहा है। भारत इस संघर्ष का शिकार है, जबकि उसकी सेना ने खुद को बेहद सक्षम साबित किया है।"

उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि शुरू में उन्हें लगा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया में देरी हो रही है, लेकिन अब स्पष्ट है कि भारत की सेना ने पूरी योजना और संयम के साथ जवाब दिया है।

गड्ढे में खुदाई बंद करे पाकिस्तान- रुबिन

पाकिस्तानी सेना के रवैये पर कटाक्ष करते हुए रुबिन ने कहा, "जब कोई खुद को गड्ढे में देखता है, तो खोदना बंद कर देना चाहिए। पाकिस्तान अब अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए छटपटा रहा है, लेकिन सेना प्रमुख असीम मुनीर को समझना चाहिए कि यह स्थिति उनके खुद के फैसलों का नतीजा है।"

'अब सिर्फ आतंकी संगठनों को नहीं, पाकिस्तान को घोषित करें'- रुबिन

माइकल रुबिन ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि अमेरिका केवल लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों को ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान जैसे देश को ही आतंकवाद का प्रायोजक राष्ट्र घोषित करे। उन्होंने कहा, "हमने सिर्फ ऑक्टोपस के हाथ काटे हैं, अब उसके सिर को भी पहचानने की जरूरत है।"

'पाक सरकार की विफलताओं से ध्यान भटकाने की कोशिश'

पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति पर बात करते हुए रुबिन ने कहा कि जब भी वहां की सरकार भ्रष्टाचार, आर्थिक संकट या सामाजिक विफलताओं से जूझती है, तो वह जनता का ध्यान भटकाने के लिए अल्पसंख्यकों पर निशाना साधती है।

उन्होंने पाकिस्तान पर यह आरोप भी लगाया कि वह सुनियोजित तरीके से अपने अल्पसंख्यकों को देश से बाहर निकालता रहा है, जबकि भारत में सभी धर्मों के लोग मिलकर शांति से रह रहे हैं।

अमेरिका ने की शांति की अपील

इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने जानकारी दी कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के नेताओं से बात की है और दोनों देशों से संयम बरतने व तनाव कम करने की अपील की है। रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात कर शांति बनाए रखने की आवश्यकता दोहराई।

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