चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) अब एक्शन मोड में आ गया है।
Bengaluru Stampede: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की आईपीएल जीत के बाद बेंगलुरु में हुए जश्न में मची भगदड़ ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुए इस भयावह हादसे में 11 लोगों की मौत और दर्जनों के घायल होने के बाद अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) हरकत में आ गया है।
BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने स्पष्ट कहा है कि इस घटना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और बोर्ड भविष्य में खिताबी जश्न को लेकर स्पष्ट दिशानिर्देश बनाने की दिशा में कदम उठाएगा।
बीसीसीआई नहीं रहेगा मूकदर्शक: देवजीत सैकिया
सैकिया ने कहा, किसी न किसी स्तर पर बीसीसीआई को कुछ करना ही होगा। हम मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकते। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि भले ही यह कार्यक्रम RCB का निजी आयोजन था, लेकिन इसके नतीजों को क्रिकेट के व्यापक ढांचे से अलग करके नहीं देखा जा सकता। बीसीसीआई अब आधिकारिक रूप से ऐसे आयोजनों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार करने की दिशा में काम करेगा। इसमें भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा मानदंड, आयोजनों की समयसीमा और स्थान निर्धारण जैसे पहलुओं को शामिल किया जाएगा।
गंभीर ने जताई सख्त नाराजगी
भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भी इस हादसे पर दुख और नाराजगी जताते हुए कहा, मुझे लगता है कि लोगों की जान कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है। हम रोड शो और खुले जश्न से परहेज कर सकते हैं। ऐसे कार्यक्रम स्टेडियम या बंद दरवाजों में होने चाहिए जहां सुरक्षा नियंत्रित हो सके। गंभीर का यह बयान इस ओर संकेत करता है कि अब टीम इंडिया और फ्रेंचाइजियों को अपने जश्न के तरीकों पर पुनर्विचार करना होगा।
इस हादसे की शुरुआत तब हुई जब बेंगलुरु की सड़कों पर हजारों की संख्या में लोग RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने उमड़े। भीड़ पर नियंत्रण नहीं रह सका और देखते ही देखते भगदड़ मच गई। पुलिस के मुताबिक, भीड़ का आकार अपेक्षा से कई गुना अधिक था, लेकिन सुरक्षा बंदोबस्त नाकाफी साबित हुए।
कई वीडियो और चश्मदीद गवाहों के बयान सामने आए हैं जिनमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे और प्रशासन असहाय नजर आ रहा था। कर्नाटक सरकार ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अब तक आयोजन से जुड़े कई अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है और कुछ पर गिरफ्तारी भी हुई है। सरकार ने साफ कर दिया है कि इस तरह की चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अब बदलेगा खिताबी जश्न का स्वरूप?
इस घटना के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या क्रिकेट जैसी जिम्मेदार खेल संस्था को खुले और अनियंत्रित रोड शो से दूरी नहीं बना लेनी चाहिए? BCCI के नए दिशा-निर्देशों में संभवतः यह तय किया जाएगा कि खिताबी जीत के बाद:
- जश्न स्टेडियम या इनडोर स्थानों तक सीमित रहेंगे
- आयोजनों के लिए स्थानीय प्रशासन की पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी
- सुरक्षा मानकों को लेकर आयोजकों को शपथपत्र देना होगा
- हर आयोजन के लिए लाइव निगरानी और कंट्रोल रूम व्यवस्था होगी