14 जून 2020 — एक ऐसा दिन जिसे भारत के लाखों-करोड़ों लोग शायद कभी नहीं भूल पाएंगे। उस दोपहर एक खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया: सुशांत सिंह राजपूत नहीं रहे।
एंटरटेनमेंट: आज, 14 जून 2025—वह तारीख जो देश की स्मृति में एक चुभते हुए सवाल की तरह दर्ज है। पांच साल पहले इसी दिन, सुशांत सिंह राजपूत—एक होनहार, बुद्धिमान और प्रेरणादायक अभिनेता—इस दुनिया को अलविदा कह गए। उनका निधन न केवल एक व्यक्तिगत क्षति थी, बल्कि यह भारतीय फिल्म उद्योग, न्याय प्रणाली और समाज के लिए भी एक आईना बन गया, जिसमें हम सबने अपने-अपने प्रतिबिंब देखे।
SSR की मौत: एक दिन जिसने देश को हिला दिया
14 जून 2020 को जब सुशांत की आत्महत्या की खबर आई, तो हर दिल सुन्न हो गया। एक पढ़ा-लिखा, इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ अभिनय में आने वाला युवक, जिसने एमएस धोनी, केदारनाथ और छिछोरे जैसी फिल्मों से खुद को लाखों दिलों में बसाया था, अब केवल एक स्मृति बन गया। मुंबई के बांद्रा स्थित उनके फ्लैट में पंखे से लटकता उनका शव मिला।
प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी लगने से दम घुटना बताया गया। कोई संघर्ष के निशान नहीं मिले, न ही बाहरी चोटें थीं। लेकिन खबर ने एक तूफान को जन्म दिया।
FIR, आरोप और जांच की राजनीति
जुलाई 2020 में, सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में एफआईआर दर्ज करवाई। इसमें सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए गए—आत्महत्या के लिए उकसाने से लेकर 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी तक। मामला जल्द ही कई दिशाओं में बंट गया।
- ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आर्थिक लेन-देन की जांच शुरू की।
- एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) ने ड्रग्स एंगल से तहकीकात की।
- और अंततः, सीबीआई (CBI) ने अगस्त 2020 में केस अपने हाथ में लिया।
CBI की लंबी जांच और क्लोजर रिपोर्ट
सीबीआई ने देशभर में गवाहों से पूछताछ की। AIIMS की मेडिकल टीम को दुबारा पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट की समीक्षा के लिए बुलाया गया। 2020 में ही AIIMS ने इसे स्पष्ट आत्महत्या का मामला बताया और किसी “फाउल प्ले” से इनकार किया। 2025 की शुरुआत में, CBI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताया कि सुशांत की मौत में कोई आपराधिक साजिश नहीं पाई गई। यह मामला आत्महत्या का ही था। इसके साथ ही, रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को क्लीन चिट दे दी गई।
क्या यही था इंसाफ? समाज में अब भी है बेचैनी
CBI की क्लोजर रिपोर्ट आने के बाद भले ही कानूनी तौर पर केस बंद कर दिया गया हो, लेकिन SSR के फैंस और कई आम लोगों के मन में अब भी सवाल बाकी हैं।
- क्या सुशांत मानसिक तनाव में थे?
- क्या फिल्म इंडस्ट्री का कोई अदृश्य दबाव उनके सिर पर था?
- क्या वे सही लोगों से घिरे थे?
- इन सवालों के जवाब शायद अब कभी न मिलें, लेकिन इनका असर आज भी लोगों के दिलों में है।
रिया चक्रवर्ती: संकट से बाहर, अब नई राह पर
2020 में रिया चक्रवर्ती को एनसीबी ने गिरफ्तार किया था और उन्होंने 28 दिन मुंबई की भायखला जेल में बिताए थे। बाद में बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया और एनसीबी को फटकार भी लगाई कि बिना ठोस सबूत के गिरफ्तारी गलत थी।
- आज, रिया फिर से सामान्य जीवन की ओर लौट रही हैं।
- MTV के ‘रोडीज’ शो में वे गैंग लीडर की भूमिका निभा रही हैं।
- उन्होंने ‘Chapter 2 Drip’ नाम से एक स्ट्रीटवियर ब्रांड लॉन्च किया है।
- साथ ही, वे ‘Chapter 2’ नामक पॉडकास्ट भी होस्ट करती हैं, जिसमें युवाओं के मुद्दों पर बात होती है।
सुशांत: सिर्फ एक अभिनेता नहीं, एक प्रेरणा
सुशांत की असमय मृत्यु के बाद उन्हें केवल एक अभिनेता के रूप में नहीं, बल्कि एक विचारशील, जिज्ञासु, और वैज्ञानिक सोच रखने वाले युवा के रूप में याद किया गया। वे खगोल विज्ञान से लेकर फिलॉसफी तक में गहरी दिलचस्पी रखते थे। उन्होंने अपने जीवन में जो ऊर्जा, जिज्ञासा और सकारात्मकता दिखाई, वह आज भी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है।
14 जून अब सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि एक स्मृति बन चुकी है—जो हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि किस तरह एक चमकता सितारा भी भीतर से टूट सकता है। पांच साल बाद भले ही न्यायिक प्रक्रिया समाप्त हो गई हो, लेकिन SSR का सपना, उनकी हंसी, और उनके अधूरे प्लान्स अब भी हमारे साथ हैं।
उनकी मौत ने मानसिक स्वास्थ्य, बॉलीवुड के अंदर की राजनीति, मीडिया ट्रायल और न्यायिक प्रणाली की कई परतों को उजागर किया। शायद यही SSR की सबसे बड़ी विरासत है—हमें सोचने पर मजबूर कर जाना।