आजकल बाजार में मिलावटी दूध और नकली पनीर की भरमार है, जो सेहत के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं। अच्छी खबर यह है कि आप बिना किसी महंगे उपकरण के घर पर ही इनकी शुद्धता की जांच कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको सरल घरेलू उपायों से यह सिखाएंगे कि कैसे दूध और पनीर में मिलावट की पहचान करें और परिवार को बीमारियों से सुरक्षित रखें।
क्यों जरूरी है दूध और पनीर की शुद्धता जांचना?
दूध और पनीर भारतीय खानपान का जरूरी हिस्सा हैं। बच्चों की हड्डियों की मजबूती हो या बड़ों को प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरत, इन डेयरी प्रोडक्ट्स का अहम योगदान है। लेकिन जब इन्हीं चीजों में मिलावट हो जाती है, तो यह सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। बीते कुछ सालों में नकली दूध और पनीर की बरामदगी के कई मामले सामने आए हैं, जिससे साफ है कि बाजार में हर चीज पर आंख मूंदकर भरोसा करना सही नहीं। ऐसे में खुद जागरूक होकर घर पर ही इनकी शुद्धता जांचना बेहद जरूरी हो गया है।
दूध में होने वाली आम मिलावटें
मुनाफा कमाने के लिए कई दुकानदार दूध में नुकसानदेह चीजें मिला देते हैं, जैसे:
- पानी: दूध पतला करने के लिए।
- यूरिया: झाग और गाढ़ेपन के लिए, लेकिन शरीर के लिए ज़हर।
- स्टार्च: दूध को गाढ़ा दिखाने के लिए।
- डिटर्जेंट और सिंथेटिक मिल्क: सफेदी और झाग बनाने के लिए, जो बेहद हानिकारक हैं।
पनीर में मिलावट की पहचान कैसे करें?
पनीर में नकलीपन लाने के लिए मिल्क पाउडर, वनस्पति तेल, स्टार्च और केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इससे पनीर की बनावट तो बनी रहती है, पर स्वाद, पौष्टिकता और गुणवत्ता खत्म हो जाती है। नकली पनीर खाना सेहत के लिए धीमा जहर है।
घर पर दूध में मिलावट जांचने के आसान तरीके
1. पानी की मिलावट कैसे पहचानें?
दूध की कुछ बूंदें किसी चिकनी सतह पर गिराएं। शुद्ध दूध सफेद लकीर छोड़ता हुआ आगे बढ़ेगा। अगर दूध में पानी मिलाया गया है, तो वह बिना निशान छोड़े तेजी से फैल जाएगा।
2. डिटर्जेंट की पहचान करें
5-10 मि.ली दूध में उतनी ही मात्रा में पानी मिलाकर अच्छी तरह हिलाएं। अगर झाग बहुत ज्यादा बने, तो समझिए उसमें डिटर्जेंट है। असली दूध में हल्का ही झाग आता है।
3. स्टार्च की मिलावट जांचें
थोड़ा-सा दूध (2-3 मि.ली) में 5 मि.ली पानी मिलाकर उबालें। ठंडा होने पर इसमें 2-3 बूंद आयोडीन टिंचर डालें। अगर रंग नीला हो जाए, तो दूध में स्टार्च की मिलावट पाई जाती है।
घर पर पनीर में मिलावट जांचने के तरीके
- खुशबू और स्वाद से पहचानें: पनीर को सूंघें और थोड़ा चखें। असली पनीर में दूध की सौंधी महक और स्वाद आता है। अगर नहीं आता, तो सतर्क हो जाएं।
- बनावट जांचें: नकली पनीर को छूने पर रबर जैसा महसूस होता है। यह दबाने पर जल्दी अपनी शेप में वापस आ जाता है।
- उबालकर मिलावट पकड़ें: थोड़ी-सी पनीर को पानी में उबालें और उसमें तुअर दाल डालें। अगर 10 मिनट बाद पानी का रंग लाल हो जाए, तो पनीर में मिलावट है।
मिलावटी दूध और पनीर से होने वाले नुकसान
लंबे समय तक मिलावटी दूध और नकली पनीर का सेवन करने से शरीर में कई बीमारियां हो सकती हैं, जैसे:
- किडनी और लिवर पर बुरा असर
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा
- बच्चों में कुपोषण और कमजोरी
- पाचन तंत्र की समस्याएं
- सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी शुद्धता बेहद जरूरी है।
सतर्क रहें, सेहतमंद रहें
आज के समय में मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचना आसान नहीं, लेकिन नामुमकिन भी नहीं। घर पर ही कुछ आसान और सस्ते तरीकों से आप दूध और पनीर की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। खुद भी जागरूक बनें और दूसरों को भी सतर्क करें, ताकि मिलावटखोरों की चालाकी पर लगाम लग सके।