यह दवा उन मरीजों के लिए निर्धारित की जा सकती है जिनका बीएमआई 30 से अधिक है, या फिर जिनका बीएमआई 27 से अधिक है और जो पहले से किसी सह-रुग्णता (जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर आदि) से ग्रस्त हैं।
भारत में मोटापा एक तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, जिससे हृदय रोग, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसी चुनौती से निपटने के लिए अब भारत में डेनमार्क की फार्मा कंपनी नोवो नॉर्डिस्क ने अपनी वज़न कम करने वाली दवा वेगोवी (सेमाग्लूटाइड) को लॉन्च कर दिया है। इस दवा की कीमत ₹17,345 से शुरू होकर ₹26,015 तक जाती है। इसे खासतौर पर उन लोगों के लिए पेश किया गया है जिनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 30 से अधिक है या फिर 27 से ऊपर के बीएमआई वाले वे लोग जिनमें पहले से सह-रुग्णताएं मौजूद हैं।
क्या है वेगोवी
वेगोवी सेमाग्लूटाइड नामक एक सक्रिय घटक वाली दवा है जो हफ्ते में केवल एक बार इंजेक्शन के रूप में ली जाती है। इसे विशेष रूप से दीर्घकालिक वजन प्रबंधन और प्रमुख कार्डियोवैस्कुलर घटनाओं जैसे स्ट्रोक या हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने के लिए उपयोग में लाया जाता है। यह दवा पांच विभिन्न डोज में उपलब्ध है – 0.25 mg, 0.5 mg, 1 mg, 1.7 mg और 2.4 mg।
दवा की कीमत और डोज विवरण
भारत में उपलब्ध वेगोवी की कीमत इस प्रकार है
- 0.25 mg – ₹17,345
- 0.5 mg – ₹18,500 के आस-पास
- 1 mg – ₹20,000 से ऊपर
- 1.7 mg – ₹24,000 तक
- 2.4 mg – ₹26,015
ये डोज व्यक्ति की जरूरत, सहनशक्ति और डॉक्टर की सलाह के आधार पर निर्धारित की जाती हैं।
कैसे काम करती है वेगोवी
सेमाग्लूटाइड एक प्रकार का GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट है, जो मस्तिष्क को यह संकेत देता है कि पेट भरा हुआ है। इससे भूख कम लगती है और व्यक्ति कम खाता है। इसके परिणामस्वरूप धीरे-धीरे शरीर का वजन घटता है। इसके अलावा, यह दवा शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता को भी बेहतर बनाती है, जिससे मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
किन्हें मिल सकती है यह दवा
नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के प्रबंध निदेशक विक्रांत श्रोत्रिय के अनुसार, वेगोवी को केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लिया जाना चाहिए। यह दवा उन लोगों के लिए है:
जिनका बीएमआई 30 से अधिक है
या जिनका बीएमआई 27 से अधिक है और उन्हें हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज या अन्य सह-रुग्णताएं हैं
भारत में मोटापे की स्थिति
भारत में शहरीकरण, खराब जीवनशैली और खानपान की आदतों के चलते मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में हुए एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार, भारत की शहरी आबादी में लगभग 20 प्रतिशत लोग मोटापे की श्रेणी में आते हैं। हालांकि वज़न घटाने वाली दवाओं का इस्तेमाल अभी सीमित वर्ग तक ही है, मुख्यतः आर्थिक वजहों से।
क्या यह दवा सभी के लिए है
वज़न घटाने की दवाएं चमत्कारी उपाय नहीं हैं। वेगोवी का इस्तेमाल तभी प्रभावी होता है जब इसे संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव के साथ जोड़ा जाए। इसके अलावा, इस दवा के कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे मतली, दस्त, कब्ज, और थकान। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
मौनजारो से तुलना
अमेरिकी दवा कंपनी एली लिली की मोटापा घटाने वाली दवा मौनजारो भी इसी साल मार्च में भारत में लॉन्च की गई थी। मौनजारो 2.5 mg और 5 mg की डोज़ में उपलब्ध है और इसकी कीमत ₹14,000 से ₹17,500 प्रति माह के बीच है। हालांकि दोनों दवाएं वज़न घटाने के उद्देश्य से बनाई गई हैं, परन्तु उनकी क्रिया प्रणाली और असर अलग-अलग हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मौनजारो टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों के लिए ज्यादा प्रभावी मानी जाती है, जबकि वेगोवी वजन प्रबंधन में अधिक लक्षित है।
क्या ये दवाएं सभी के लिए सुलभ हैं
वेगोवी और मौनजारो की कीमतें भारतीय औसत आय स्तर के मुकाबले कहीं ज्यादा हैं। ₹17,000 से ऊपर की शुरुआती कीमत इन्हें एक आम व्यक्ति की पहुंच से बाहर कर देती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार या बीमा कंपनियों को इन दवाओं को स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल करना चाहिए, जिससे मोटापे से जूझ रहे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।