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सोनम ने छिपाया था सबूत, अब पुलिस कर रही है खुलासे की तैयारी, ग्वालियर से ठेकेदार अरेस्ट

सोनम ने छिपाया था सबूत, अब पुलिस कर रही है खुलासे की तैयारी, ग्वालियर से ठेकेदार अरेस्ट

राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम रघुवंशी द्वारा छिपाए गए काले बैग की जांच में नया खुलासा हुआ है। ठेकेदार लोकेंद्र तोमर को गिरफ्तार किया गया है। बैग में पिस्टल और 5 लाख नकद अब भी गायब हैं।

Raja Raghuvanshi Case: राजा रघुवंशी मर्डर केस में शिलांग पुलिस ने अब एक और महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की है। ठेकेदार लोकेंद्र तोमर, जो मूल रूप से ग्वालियर का निवासी है, को सोमवार को हिरासत में लिया गया। उसकी ही हीराबाग स्थित बिल्डिंग में सोनम रघुवंशी ने वह फ्लैट लिया था, जहां हत्याकांड से जुड़े अहम सबूत छिपाए गए थे। इन्हीं में शामिल है एक काला बैग जिसमें देसी पिस्टल और 5 लाख रुपये नकद रखे गए थे।

फ्लैट में छुपाया गया था हथियार और कैश

एसआईटी की जांच में सामने आया है कि सोनम रघुवंशी, जो हत्या मामले की मुख्य आरोपी मानी जा रही है, ने हीराबाग कॉलोनी के फ्लैट जी-1 में कुछ महत्वपूर्ण सामान छुपाया था। यह वही फ्लैट है जिसे सिलोम जेम्स ने लोकेंद्र से लीज पर लिया था और जिसमें सोनम और राजा रुके थे।

सबूत मिटाने की कोशिश

पुलिस के अनुसार सोनम जब गाजीपुर रवाना हुई, उससे पहले वह बैग और कुछ कपड़े इसी फ्लैट में छोड़ गई थी। सिलोम और लोकेंद्र ने इस बैग को निकाल कर नष्ट करने की योजना बनाई। दोनों ने मिलकर बैगों को जलाया, लेकिन एक काला बैग जिसमें पिस्टल और नकदी रखी थी, अब भी गायब है।

कौन हैं सिलोम और बलवीर?

इससे पहले पुलिस ब्रोकर सिलोम जेम्स और चौकीदार बलवीर अहिरवार को भी गिरफ्तार कर चुकी है। सिलोम ने पुलिस को बताया कि बैग लोकेंद्र ने निकाला था क्योंकि उसके पास फ्लैट की चाबी थी। 10 जून को सिलोम ने फ्लैट खाली करवाया और बलवीर से सफाई करवाई।

गिरफ्तारी की कहानी

जैसे ही सिलोम का नाम जांच में सामने आया, लोकेंद्र ने अपना मोबाइल बंद कर लिया और फरार हो गया। एसआईटी ने उसकी पत्नी के फोन को ट्रैक किया और पता लगाया कि वह ग्वालियर के केके प्लाजा स्थित फ्लैट नंबर 105 में छुपा है। इसके बाद क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की मदद से उसे सोमवार को गिरफ्तार किया गया।

लोकेंद्र सागरतला का निवासी है और उसके पिता सेना से रिटायर हो चुके हैं। वह डेलटाप इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड में प्रोजेक्ट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। एसपी धर्मवीर सिंह ने जानकारी दी कि उसे ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा।

चैटिंग और कॉल रिकॉर्डिंग बनी सबूत

लोकेंद्र ने सावधानी से फ्लैट से बैग हटाया। उसने फ्लैट की दूसरी चाबी से दरवाजा खोला और कीमती सामान निकालने के बाद सिलोम को कॉल किया। उसने कहा कि बैग को तुरंत हटा दो नहीं तो बिल्डिंग सील हो जाएगी। जब सिलोम ने टालमटोल की, तो लोकेंद्र ने कहा कि वह उसे बयाने के तीन लाख रुपये नहीं देगा। यह सारी बातचीत सिलोम के मोबाइल में चैट और कॉल रिकॉर्डिंग के रूप में मौजूद है।

सबूतों को नष्ट करने की साजिश

इसके बाद सिलोम ने चौकीदार बलवीर के साथ मिलकर बैग को कार में रखा और अपनी पत्नी के साथ सुनसान जगह जाकर लैपटॉप फेंका और बैग जला दिया। पुलिस को घटनास्थल से जले हुए अवशेष मिले हैं, लेकिन पिस्टल और नकदी अब तक नहीं मिली है।

मंगलवार को पुलिस सिलोम और लोकेंद्र दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। पुलिस का मानना है कि बैग में रखी पिस्टल और पांच लाख रुपये अब भी कहीं सुरक्षित रखे गए हैं।

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